– भागलपुर के नया बाजार सखीचंद घाट, बाटा गली के समीप व गिरधारी साह हाट जगन्नाथ मंदिर में होगा आयोजन
वरीय संवाददाता, भागलपुर
इस बार भगवान जगन्नाथ स्वामी की बुधवार को स्नान यात्रा है. सहस्त्रधारा स्नान के बाद भगवान 15 दिनों के लिए अज्ञातवास में चले जायेंगे. स्नान यात्रा दोपहर में शुरू होगी. भगवान को अश्वगंध, गुलाब जल, हल्दी, कुमकुम, सुगंधित पुष्प, गंगा जल औषधि जल से बारी-बारी से स्नान कराया जायेगा. इस स्नान के बाद आम भक्त प्रभु को स्नान करायेंगे. इसे लेकर नया बाजार सखीचंद घाट स्थित जगन्नाथ मंदिर, बाटा गली के सामने मंदिर व गिरधारी साह हाट स्थित मंदिर में तैयारी आखिरी चरण में है. इसके अलावा चंपानगर स्थित जगन्नाथ मंदिर में भी तैयारी जोरों पर है. माना जाता है कि प्रभु अधिक स्नान कर लेने से बीमार हो जाते हैं, उनको बुखार आ जाता है. फिर प्रभु 15 दिनों के लिए एकांतवास में चले जाते हैं. उनका उपचार किया जाता है. इन 15 दिनों में भक्तों को भगवान के दर्शन नहीं हो पाते हैं.हल्दी इत्र औषधि मिला कर 108 घड़े से स्नान कराया जायेगागौरतलब है कि महा रथयात्रा भगवान जगन्नाथ, उनकी बहन देवी सुभद्रा और भाई बलभद्र को समर्पित होती है. इस वर्ष रथयात्रा की शुरुआत 27 जून 2025 को होगी और समापन 05 जुलाई को किया जायेगा. पंडित आनंद मिश्रा ने बताया कि सखीचंद घाट नया बाजार स्थित जगन्नाथ मंदिर के पंडित समीर कुमार मिश्रा, पुजारी सौरभ कुमार मिश्रा आनंद मिश्रा एवं 11 ब्राह्मणों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार पुरुष सूक्त के मंत्र से परंपरागत तरीके से बूढ़ानाथ घाट से गंगाजल लाकर तथा सरयू नदी का जल हरिद्वार का जल, पुरी के समुद्र के जल में हल्दी इत्र औषधि मिला कर 108 घड़े से स्नान कराया जायेगा. दिन के 11:30 बजे अभिजीत मुहूर्त में भगवान जगन्नाथ स्वामी को स्नान यात्रा संपन्न कराया जायेगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है