अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ के एक दिन पहले रविवार को छठ बाजार बूम हो गया. सुबह से शाम तक ग्राहकों की भीड़ रही. लोहिया पुल के ऊपर-नीचे, वेराइटी चौक से लेकर पटल बाबू रोड व शहर के विभिन्न चौक-चौराहों के फुटपाथ पर भी पूजन सामग्री की दुकानें सजी रहीं. गाछ, सुथनी, पसरट्टा, बद्धी, आंवला, शकरकंद, गुड़, नारियल, सेब, नारंगी आदि के दाम पिछले वर्ष सा ही रहा. दो दिन के अंदर सूप और डलिया के भाव का भाव जहां सामान्य रहा, वहीं, बाजार में टाभ का स्टॉक कम पड़ने पर कीमत बढ़कर 150 रुपये जोड़ा, 200 रुपये किलो पानी फल-सिंघाड़ा, 10 रुपये पीस तक कवरंगा, पांच रुपये पीस पनियाला, हल्दी गाछ, अदरक गाछ, तो बड़ा नारियल 250 रुपये जोड़ा, सूप 200 रुपये जोड़ा तक बिके. शहर में दिन भर जाम की स्थिति बनी रही. फल, पूजन सामग्री, कपड़ा, सोना-चांदी, अन्य धातु के बर्तन, अरवा चावल, गेहूं, गुड़ आदि से शहर में छठ पूजा को लेकर 50 करोड़ से अधिक का कारोबार का अनुमान है. लाल, हरा व रानी कलर की सूती साड़ी की गयी अधिक पसंद मुख्य बाजार में सबसे अधिक साड़ी-धोती व अन्य नये कपड़े की बिक्री हुई. चेंबर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष सह थोक कपड़ा कारोबारी श्रवण बाजोरिया ने बताया कि कपड़ा बाजार में छठ को लेकर 10 करोड़ से अधिक के कारोबार की उम्मीद है. दूसरे कपड़ा दुकानदार कृष्णा गोयल ने बताया कि छठ पर्व को लेकर लाल, हरा, रानी कलर की साड़ी अधिक पसंद की गयी. सर्राफा कारोबारी विशाल आनंद ने बताया कि जब कम कीमत थी, तो 10 करोड़ से अधिक के सोना व चांदी के सूप की बिक्री हो जाती थी. पांच साल में दुगुनी-तिगुनी तक कीमत होने पर बिक्री का ग्राफ इतना गिर गया कि सर्राफा बाजार में छठ की खरीदारी के लिए 60 फीसदी से कम ग्राहक पहुंचे. फिर भी चार करोड़ से अधिक के सोना-चांदी के सूप पूरे जिले में बिकने का अनुमान है. ———— केला की कीमत दोगुनी : 30 से 40 वाला केला 60 रुपये दर्जन तक बिके सूप की कीमत 120 से 150 रुपये जोड़ा, तो डलिया 150 से लेकर 200 रुपये प्रति पीस बिके. फल दुकानदार श्रीकृष्ण ने बताया कि तीन दिन पहले जो केला 20 से 40 रुपये दर्जन मिल रहा था, वह अब 40 से 60 रुपये दर्जन धड़ल्ले से बिका. 600 रुपये खानी पीला केला बिका. ईख दुकानदार फूलचंद ने बताया कि पहले गन्ना 60 रुपये जोड़ा तक बिका था. अब 40 से 50 रुपये प्रति डंडा बिक रहे हैं. 110 रुपये लीटर तक बिका दूध खरना में खीर तैयार करने के लिए रविवार को गाय का दूध 90 से 110 रुपये प्रति लीटर बिका. दूध विक्रेता ने बताया कि सबेरे से स्टेशन परिसर स्थित दुग्ध केंद्र में खरीदारों की इतनी भीड़ उमड़ी कि दूध के दाम 90 से 110 रुपये लीटर हो गये. शाम को वही दूध 50-60 रुपये लीटर बिक रहे थे. 40 रुपये तक में एक सूप की सजावट कई व्रतियों ने अपना सूप कागज व रंग से सजवाया. एक सूप सजाने का खर्च 30 से 40 रुपये लग रहे थे. कुछ व्रतियों का कहना था कि वह खुद अपने घर में सूप सजायेंगे. मिरजानहाट शीतला स्थान चौक पर सूप सजाने वाले शंकर मंडल ने बताया कि पिछले 15 साल से हर साल छठ में सूप सजाते हैं. अभी 60 से 80 रुपये जोड़ा तक सूप सजाने का रेट है.
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