व्यवसाय में कर्ज हो जाने के कारण केला व्यवसायी ने लूट झूठी साजिश रची थी. मामले में पुलिस ने चार आरोपित को गिरफ्तार किया है. नवगछिया के पुलिस अधीक्षक प्रेरणा कुमार ने बताया कि 28 सितंबर को पुलिस को सूचना मिली कि केला व्यवसायी जमुनिया निवासी मो इश्तिखार से अपराधियों ने 18 लाख रुपये की लूट ली है. इश्तिखार ने पुलिस को बताया कि गांव के ही किसान सुशील प्रसाद यादव सहित अन्य किसानों से केला खरीदा था. इसके बाद सभी रुपये देने के लिए जा रहा था. इस दौरान झोला में 18 लाख 25 हजार रुपये बाइक पर रखकर सुशील को बलाने उसके दरवाजा पर गया, तभी पीछे से बाइक पर दो अपराधी पहुंचे और झोला लेकर फरार हो गये. इस संबंध में परबत्ता थाना में प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस जांच में जुट गयी थी. अनुसंधान के क्रम में प्रथम दृष्टया घटना संदिग्ध प्रतीत हो रही थी. जिसके पश्चात उक्त कांड के उद्भेदन के लिए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई. जिसमें थानाध्यक्ष परबत्ता, डीआइयू एवं थाना के अन्य पदाधिकारी को शामिल किया गया. टीम ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कांड में शामिल नकाबपोश आरोपित रंगरा प्रखंड के मदरौनी निवासी राहुल कुमार यादव को गिरफ्तार किया गया. उससे पूछताछ एवं उसके निशनदेही पर कांड में शामिल अन्य आरोपित इस्माइलपुर थाना के लक्ष्मीपुर निवासी सचिन कुमार, जमुनिया निवासी मो शमीम अखतर एवं लूट की घटना की झूठी कहानी गढ़ने वाले मो इश्तेखार को गिरफ्तार किया. घटना के समय आरोपित के पहने कपड़े सीसीटीवी फुटेज के अनुसार एवं मोबाइल तथा अन्य सामान बरामद किया गया. बरामद मोबाइल में घटना के तुरंत बाद का एक वीडियो मिला है, जिसमें लूटे हुए झोला को खोला जा रहा है, जिसमें ईंट-पत्थर और कुछ कागजात दिख रहे हैं, लेकिन उसमें पैसा नहीं है. स्वीकारोक्ति बयान में अभियुक्तों के द्वारा बताया गया कि वादी मो इश्तिखार कर्ज में डूबे हुए थे तथा कर्ज चुकाने के लिए पैसा नहीं था. जिससे बचने के लिए लूट की योजना तैयार कर इस घटना का अंजाम दिया गया. कांड के उद्भेदन करने वाले पुलिस पदाधिकारी को पुरस्कृत किया जायेगा.
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