भागलपुर में शनिवार को एक ऐसी घटना घटी जिसकी चर्चा लोगों के बीच है. एक गलत सूचना मिलने के बाद पुलिस फौरन सक्रिय हो गयी और बच्चा चोरी की मिली सूचना पर जब कार्रवाई के लिए पहुंची तो पता चला कि उन्होंने गलत सूचना पर कार्रवाई कर दी है. दरअसल जिस गाड़ी को रोका गया वो प्रशासन की गाड़ी थी. जानिए क्या है पूरा मामला..
यातायात पुलिस को कॉल आया
शनिवार को किसी ने यातायात पुलिस को कॉल किया. सूचना देते हुए वाहन का नंबर देकर कहा कि इस गाड़ी से दो बच्चे का अपहरण किया गया है. सूचना की सत्यता जांचने का समय पुलिस के पास नहीं था. पुलिस ने अपने वाट्सअप गुप में इस सूचना को डाल दिया. इसके बाद यातायात पुलिस के साथ बरारी, तिलकामांझी, इशाकचक पुलिस तो दूसरी तरफ से कोतवाली, आदमपुर थाना और तीसरी तरफ से मोजाहिदपुर थाना पुलिस एक्टिव हो गयी.
वाहन को रोकने का प्रयास किया
सबसे पहले कचहरी चौक पर तैनात पुलिस जवान ने वाहन को रोकने का प्रयास किया. इसमें सफलता नहीं मिली तो पुलिसवाले ने पीछा किया. इसी बीच एसएसपी आवास के सामने यातायात पुलिस ने वाहन रोक दिया. उसी वक्त तिलकामांझी पुलिस भी आ गयी. पुलिस ने वाहन को चारों तरफ से घेर लिया.
जांच में पता चला..
जांच में पता चला जो बच्चे को ले जानेवाले चाइल्ड लाइन के अधिकारी थे जो वाहन में जिला प्रशासन का प्लेट लगा कर जा रहे थे. बच्चे के साथ-साथ चाइल्ड लाइन के अधिकारी भी परेशान हो गये. अंत में मामला समझने के बाद पुलिस वापस लौट गयी.
Published By: Thakur Shaktilochan