सबसे क्षतिग्रस्त स्लैब को जैक पर उठाया
भागलपुर : विक्रमशिला सेतु के पाया संख्या दो और तीन के बीच आयी दरार पर कार्बन प्लेट चिपकाने का काम गुरुवार को पूरा कर लिया गया है. साथ ही पोट बियरिंग बदलने के लिए सेतु के सबसे ज्यादा क्षतिग्रस्त हिस्सा स्पेंडेड स्पैन को हाइड्राेलिक जैक पर उठा दिया गया है. वहीं क्रेन से पुराने क्षतिग्रस्त पोट बियरिंग को न केवल बाहर निकाल लिया है, बल्कि नया पोट बियरिंग को सेतु के नीचे सुरक्षित पहुंचा कर स्पेंडेड स्पैन की एक तरफ के दोनों सेंटर में इसे फिट भी कर दिया गया है.
शुक्रवार शाम तक स्पेंडेड स्पैन के दूसरी तरफ के सेंटर का भी दोनों पोट बियरिंग बदल ली जायेगी. पुल निर्माण निगम और मुंबई की कार्य एजेंसी रीबिल्ड स्ट्रक्ट एसोसिएट के इंजीनियरों की देखरेख में कुशल मजदूरों द्वारा गुरुवार को हाइड्रोलिक जैक फिटिंग किया गया. इसके बाद सेतु को लगभग एक इंच तक उठा दिया गया.
फिर पोट बियरिंग निकाला और क्रेन से ही स्पेन के नीचे तक पहुंचाया. यह पूरा काम मुंबई से पहुंचे कार्य एजेंसी के मैनेजिंग पार्टनर एमआर रोहरा की देखरेख में हुआ. इधर, हाइड्रोलिक जैक पर जब सेतु को उठाया जा रहा था, तो पूरी सावधानी बरती जा रही थी. दरअसल, स्पेंडेड स्पेन के खिसकने की आशंका बनी थी. क्योंकि, एक्सपेंशन ज्वाइंट तोड़ कर निकाल लेने से इसकी कनेक्टिविटी दूसरे स्पैन के साथ नहीं रह गयी है.
यह स्पेन केवल खराब पोट बियरिंग पर ही टिका था. स्पेंडेड स्पेन के एक ओर से नये पोट बियरिंग से बदल दिया गया है, जिससे इसके खिसकने की आशंका दूर हो गयी है.
जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया में आयेगी तेजी
विक्रमशिला समानांतर सेतु के जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया में तेजी आयेगी. पुल निर्माण निगम से भू-अर्जन को लेकर प्रस्तावित 52.92 करोड़ रुपये की राशि की प्रशासनिक स्वीकृत का प्रस्ताव भेजने के लिए कहा गया है. पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा ने मामले को लेकर पुल निर्माण निगम के अध्यक्ष को पत्र लिखा है.