कहलगांव अनुमंडल अस्पातल की घटना
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बंध्याकरण के बाद महिला की मौत, हंगामा
कहलगांव अनुमंडल अस्पातल की घटना तीन घंटे तक शव को अस्पताल के मेन गेट पर रखा, दो लाख रुपये मुआवजा की मांग कहलगांव : अनुमंडल अस्पताल में बंध्याकरण के बाद प्रियंका देवी (27 वर्ष) की मौत हो गयी. मृतका के परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए शनिवार की सुबह अस्पताल के […]
तीन घंटे तक शव को अस्पताल के मेन गेट पर रखा, दो लाख रुपये मुआवजा की मांग
कहलगांव : अनुमंडल अस्पताल में बंध्याकरण के बाद प्रियंका देवी (27 वर्ष) की मौत हो गयी. मृतका के परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए शनिवार की सुबह अस्पताल के मेन गेट पर शव रख दिया और हंगामा करने लगे. वे मुआवजे की मांग कर रहे थे. ओरिएफ के मुखिया त्रिभुवन शेखर झा, भाजपा नेता रणवीर सिंह, भाकपा के संजीव कुमार, सरपंच गीता प्रसाद मंडल की मध्यस्थता से डाॅक्टर ने सरकारी मुआवजा के तौर पर दो लाख रुपये शीघ्र दिलाने का आश्वासन दिया. इधर मुखिया ने कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत मृतका के परिजनों को तीन हजार रुपये दिये. तब करीब तीन घंटे बाद परिजन शांत हुए और गेट पर से शव हटाया.
पति का आरोप : मृतका के पति सनोज का आरोप है कि डाॅक्टर ने रातभर स्लाइन चढ़ाकर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली. तबीयत मे कोई सुधार नहीं हुई, तो डाॅक्टर ने मायागंज अस्पताल, भागलपुर ले जाने को कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया. एक नवंबर की सुबह सात बजे बिना एंबुलेंस उपलब्ध कराये रेफर कर दिया.
मायागंज में इलाज के दौरान हो गयी मौत: एक नवंबर को ही प्रियंका को उसके परिजनों ने मायागंज में भर्ती कराया. उसके पति का आरोप है कि इलाज के दौरान मायागंज अस्पताल में डाॅक्टर ने कहा कि आॅपरेशन गलत तरीके से किया गया है, जिसके कारण इंफेक्शन हो गया है. मायागंज में डाक्टरों ने काफी प्रयास किया, लेकिन तीन नवंबर को प्रियंका की मौत हो गयी. इसके बाद परिजन शनिवार की सुबह शव लेकर अपने घर खीरीघाट पहुंचे. फिर ग्रामीणों के साथ अस्पताल पहुंचकर हंगामा करने लगे.
मां के बिना कैसे पलेंगे बच्चे: मृतका का पति सनोज ठाकुर दूसरे प्रदेशों में मजदूरी करता है. सनोज का रो-रोकर बुरा हाल है. उसने कहा कि मां के बिना मेरे तीन छोटे -छोटे बच्चे (करण 5 वर्ष, अंकित 4 वर्ष व रागिनी साढ़ पांच माह) का लालन-पालन कैसे होगा. शनिवार की शाम बटेश्वर स्थान श्मशान घाट पर मृतका का अंतिम संस्कार किया गया.
ऑपरेशन में हुई चूक : शहर की एक प्रसिद्ध महिला डाॅक्टर ने बताया कि आॅपरेशन के बाद पेट में गैस का बनना, असहनीय पेट दर्द व रक्तस्राव होना, से जाहिर होता है कि आॅपरेशन के दौरान पेशाब की थैली कट गयी होगी.
मृतका के पति ने डॉक्टर पर लगाया लापरवाही का आरोप
क्या है मामला
खीरीघाट गांव (पत्थरघट्टा) निवासी सनोज ठाकुर की पत्नी प्रियंका देवी का 30 अक्तूबर को अनुमंडल अस्पताल में परिवार नियोजन का ऑपरेशन हुआ था. ऑपरेशन अस्पताल के उपाधीक्षक (डीएस) डाॅ लखन मुर्मू ने खुद किया था. अगले दिन अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उसे घर ले जाया गया. घर पर उसकी तबीयत बिगड़ने लगी. उसे पेट में असहनीय दर्द होने लगा और ब्लीडिंग होने लगी. पेट में गैस बनने के कारण उसने खाना-पीना छोड़ दिया. 31 अक्तूबर की रात करीब 12 बजे दुबारा उसे अनुमंडल अस्पताल लाया गया.
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