रामनगर. स्थानीय नगर परिषद के वार्ड नंबर पांच के लोग बीते कई माह से एक जानलेवा समस्या से ग्रस्त हैं. जो समस्या प्राकृतिक न होकर पूरी तरह अप्राकृतिक है. कूड़े के अंबार को रामरेखा नदी के किनारे पर रखा जाता है. जहां शाम होते ही अज्ञात तरीके से आग लग जाती है. जिसका वार्ड वासियों को कोई निदान नहीं दिख रहा. नतीजतन पूरी रात लोगों को खुली हवा में सांस लेने में दिक्कत हो रही है. इस बारे में वार्ड नंबर 5 के निवासी राधेश्याम प्रसाद ने बताया कि इस समस्या से वे कई माह से जूझ रहे. दरअसल नगर के जो कूड़े उठाव होते हैं वे सभी लाकर रामरेखा नदी के किनारे फेंक दिया जाता है और अज्ञात लोगों द्वारा शाम होते-होते उसमें आग लगा दी जाती है. जिससे आसपास के लोगों को सांस लेने में तकलीफ होती है और साथ ही बुजुर्गों के साथ काफी समस्या उत्पन्न होती है. खासकर जिसको सांस की बीमारी है उसका सांस फूलने लगता है. वहीं संदीप कुमार सोनी ने बताया कि कई बार ईओ तथा स्थानीय पार्षद को शिकायत की गयी है. लेकिन कोई खास पहल देखने को नहीं मिला. अगर इसे गंभीरता से नहीं लिया गया तो जल्द ही इसके लिए नगर परिषद कार्यालय का घेराव किया जाएगा. गौरतलब है कि आए दिन हो रहे इस समस्या से स्थानीय लोगों में काफी रोष का माहौल व्याप्त है. स्थानीय लोगों के साथ-साथ राहगीरों को भी आने-जाने में काफी समस्या उत्पन्न हो रही है. इस बाबत कार्यपालक पदाधिकारी मुकेश कुमार ने बताया कि जो भी जरूरी होगा उचित कार्रवाई होगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है