इनरवा. मैनाटांड़ प्रखंड क्षेत्र के भंगहा गांव में दूसरे दिन भी बाघ की दहशत जारी रही. क्षेत्र में निलगाय के मृत शरीर मिलने से इलाकों के लोग भयभीत है. ग्रामीणों ने आशंका जताई है कि बाघ कहीं छिपा है. और वह कभी भी हमला कर सकता है. इसे लेकर वन विभाग और ग्रामीणों की झुंड रतजगा कर रहे है. लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है. विगत मंगलवार को भंगहा गांव के ग्रामीणों ने आम के बगीचा में बाघ को चहलकदमी करते हुए देखा था, लेकिन अभी भी सिसवा, प्रतापपुर, परसौनी, कोटवा आदि आस पास के गावों में बाघ की दहशत बनी है. बिरजू मांझी, दिलीप कुमार, अनुराग सिंह, मुर्तुजा अंसारी, डॉक्टर मियां, अजय कुमार, साबिर अंसारी, संतोष पाटवा आदि ने बताया कि पूरी रात घरों में जागते किये है. दहशत से किसान अपने खेतों में भी नहीं जा रहे हैं. इधर रेंजर सुनील कुमार पाठक ने बताया कि ठंड के मौसम में गन्ना खड़ा होने के कारण सावधानी जरूरी है. किसानों को खेतों में समूह बनाकर जाने की सलाह दी गई है. उन्होंने कहा कि वन विभाग की गश्त बढ़ा दी गई है. बाघ की ट्रेस जारी है.
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