बगहा. पटखौली थाना क्षेत्र के एक गांव में प्रेम-प्रसंग से जुड़े विवाद ने गंभीर रूप ले लिया है. यहां 15 वर्षीय नाबालिग किशोरी लक्ष्मी कुमारी (काल्पनिक नाम) पिछले तीन दिनों से अपने प्रेमी प्रमोद बीन के घर के दरवाजे पर बैठकर न्याय की मांग कर रही है. लड़की का आरोप है कि युवक ने बीते दो वर्षों तक शादी का भरोसा देकर न सिर्फ उसे बहलाया-फुसलाया, बल्कि लगातार शारीरिक शोषण भी करता रहा. अब जब युवक की कहीं और शादी तय हो गयी है, तो उसने शादी करने से मना कर दिया और मिलने तक से इंकार कर दिया. प्रेमी के घरवालों ने शादी से किया इंकार लड़के दरवाजे पर डटी नाबालिग लक्ष्मी के अनुसार जब उसे युवक की दूसरी जगह शादी तय होने की जानकारी मिली, तो वह सीधे उसके घर पहुंची. लेकिन घरवालों ने साफ कह दिया कि उनका बेटा उससे शादी नहीं करेगा और उसे अपने घर लौट जाना चाहिए. घरवालों के रवैये से आहत नाबालिग किशोरी वहीं दरवाजे पर बैठ गयी और तीन दिनों से भूखे-प्यासे न्याय की मांग पर डटी हुई है. जातिगत भेदभाव के कारण तोड़ी गयी रिश्ते की बात लड़की की मां का आरोप है कि युवक ने उसकी बेटी को दो वर्षों तक शादी का प्रलोभन दिया, लेकिन अब जातिगत भेदभाव का हवाला देकर शादी से इंकार कर रहा है. उन्होंने बताया कि उसकी बेटी कमजोर वर्ग से है, जबकि लड़का ओबीसी समाज से आता है. ऐसे में जाति को आधार बनाकर शादी से पीछे हटना सरासर अन्याय है. पंचायत में हो चुका निपटारा वही दूसरी ओर लड़के के परिवार का कहना है कि इस मामले पर पहले ही पंचायत बुलाई गयी थी. पंचायत ने आर्थिक जुर्माना लगाया था, जिसे वे चुका चुके हैं. उनका कहना है कि अब लड़की और उसके परिवार द्वारा अनावश्यक रूप से शादी के लिए दबाव बनाया जा रहा है. परिजन पहुंचे पुलिस-प्रशासन के पास मामले में न्याय की मांग को लेकर किशोरी के परिजनों ने पुलिस अधीक्षक और एससी-एसटी थाना में आवेदन देने की बात कही है. इधर, नाबालिग किशोरी अब भी अपने प्रेमी के दरवाजे पर बैठी हुई है और उसकी एक ही मांग है प्रमोद शादी करे, अन्यथा उसे न्याय मिले.
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