पिपरासी.
बंद पड़ी छितौनी-तमकुही रेल परियोजना के शुरू होने और सरकार द्वारा आवंटन स्वीकृत होने के बाद निविदा प्रक्रिया शुरू हो गया है. इसको लेकर बिहार-यूपी के सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों के साथ संघर्ष समिति ने इस योजना को शुरू कराने में सहयोग देने वाले जनप्रतिनिधियों के सम्मान में समारोह का आयोजन किया. इसमें संघर्ष समिति के सदस्यों का जनप्रतिनिधियों ने भी सम्मान किया. इस दौरान कुशीनगर के सांसद विजय कुमार दुबे ने कहा कि यह परियोजना 2007 में शुरू हुई थी, लेकिन उस समय के जनप्रतिनिधियों और जिम्मेदारों द्वारा सार्थक पहल नहीं करने के कारण यह परियोजना ठंडे बस्ते में चला गया था. लेकिन मोदी सरकार के आने के बाद एनडीए के जनप्रतिनिधियों द्वारा इस मुद्दे को प्रमुखता से सदन के साथ मंत्रियों के सामने रखा गया था. इसमें सबसे बड़ा योगदान संघर्ष समिति के सदस्यों का था. विधायक विवेकानंद पांडेय ने कहा कि बिहार-यूपी के सीमावर्ती क्षेत्र के लोग आपस काफी जुड़े हुए है. इसको देखते हुए यूपी के कटाई भरपुरवा गांव से मंझरिया खास तक सड़क निर्माण की भी स्वीकृति दिलाई गयी है. वही इस सभा को योगेश शर्मा, दीपू सरावगी, मुखिया संघ के अध्यक्ष संतोष तिवारी, आनंद कुशवाहा आदि ने संबोधित किया. संघर्ष समिति के अध्यक्ष संजय सिंह और महामंत्री शैलेश यदुवंशी ने कहा किदोनों राज्यों के कुछ लोगों ने रेल चलाओ संघर्ष समिति का गठन किया गया. इसको लेकर बहुत लोग हंसी में उड़ाते थे कि इन लोगों से क्या होगा. लेकिन परिणामस्वरूप आज यह परियोजना शुरू हो गयी है. मौके पर सेमरा-लबेदहा मुखिया पति छेदीलाल प्रसाद, पिपरासी भाजपा प्रखंड महामंत्री दिनेश पांडेय, मेराज आलम, अशोक निषाद, दिनेश गुप्ता, प्रेमलाल गुप्ता, मो रुस्तम चौधरी आदि उपस्थित रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

