बेतिया. शहर में अमूमन हर रोज लग रहे ट्रैफिक जाम की वजहे तमाम हैं, इसमें संकरे मार्ग व अतिक्रमण तो प्रमुख कारण है हीं, लेकिन वाहनों की बढ़ती संख्या भी सड़कों पर रेला लगा रही है. हाल यह है कि शहर की सड़कों पर ही वाहनों की पार्किंग होती है, इसमें ई रिक्शा की संख्या सर्वाधिक है. जहां मन, वहां ई रिक्शा की पार्किंग कर दी जाती है. नतीजा लोग जाम के जाल में फंस रहे हैं और मंजिल तक पहुंचने में घंटों का समय गंवा रहे हैं. यह हाल तब है, जब शहर में ई रिक्शा समेत अन्य कामर्शियल वाहनों से चौतरफा टैक्स वसूली होती है. नगर निगम के साथ-साथ जिला परिषद, बेतिया राज और रेलवे भी इंट्री, पार्किंग व अन्य शुल्क लेती हैं, लेकिन इक्का दुक्का जगहों को छोड़कर शहर में कहीं भी पार्किंग की सुविधा नहीं है. नतीजा सड़कों पर ही वाहनों का खड़ी कर सवारियों को बैठाया जाता है. जिम्मेवार सबकुछ देखते हुए भी मौन रहते हैं, नतीजा ट्रैफिक जाम लगना तो लाजिमी है. ———- पांच साल में 2 लाख बढ़ गये वाहन वित्तीय वर्ष नये वाहन नये ड्राइविंग लाइसेंस वर्ष 2020-21 17000 4000 वर्ष 2021-22 32000 17000 वर्ष 2022-23 39902 20547 वर्ष 2023-24 38223 19729
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