बगहा. राज्य सरकार द्वारा गन्ना मूल्य बढ़ोतरी की लंबे समय से चली आ रही किसानों की मांग अब जोर पकड़ने लगी है. किसानों ने एकजुट होकर अनुमंडल प्रशासन के माध्यम से सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है. इसी क्रम में मंगलवार को ईख काश्तकार संघ बगहा के बैनर तले छोटे श्रीवास्तव के नेतृत्व में दर्जनों किसान गोलबंद होकर एसडीएम गौरव कुमार से मिले और मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन के माध्यम से किसानों ने गन्ना मूल्य 500 प्रति क्विंटल किए जाने की मांग की है. किसान नेताओं का कहना है कि चीनी मिलों का चालू पेराई सत्र शुरू हो चुका है, लेकिन अब तक राज्य सरकार ने गन्ना मूल्य बढ़ोतरी को लेकर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया है. जिससे किसानों में असंतोष बढ़ता जा रहा है. किसानों का आरोप है कि गन्ने की खेती में इस्तेमाल होने वाले खाद, बीज, सिंचाई, डीजल और मजदूरी की लागत लगातार बढ़ रही है, जबकि इसके अनुपात में गन्ने का मूल्य नहीं बढ़ाया जा रहा है. इससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है और उनकी खेती घाटे का सौदा बनती जा रही है. ईख काश्तकार संघ ने चेतावनी दी है कि यदि 8 जनवरी 2026 तक गन्ना मूल्य में वृद्धि नहीं की गयी तो किसान बड़े पैमाने पर आंदोलन करने को मजबूर होंगे. इसकी पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार और प्रशासन की होगी. मौके पर मुन्ना यादव समेत कई अन्य किसान मौजूद रहे. किसानों ने प्रशासन से मांग किया कि उनकी समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए सरकार तक उनकी आवाज पहुंचाई जाए, ताकि समय रहते गन्ना मूल्य बढ़ोतरी पर निर्णय लिया जा सके.
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