बेतिया. भारतीय बौद्ध महासभा के संरक्षक रविंद्र सिंह बौद्ध ने कहा कि बुद्ध पूर्णिमा का महत्व सारी दुनिया में है. इसके महत्व के कई कारण है. सिद्धार्थ गौतम का जन्म बुद्ध पूर्णिमा के दिन हुआ था. बुद्ध पूर्णिमा के दिन ही बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. इसलिए यह दिन काफी महत्वपूर्ण है. उक्त बातें वे बगीचा रेस्टोरेंट में बुद्ध महोत्सव के अवसर पर आयोजित समारोह में कही. उन्होंने कहा कि सिद्धार्थ गौतम बुद्ध पूर्णिमा के दिन ही ज्ञान की खोज में अपने घर से निकले थे. उनका परि निर्माण बुद्ध पूर्णिमा के दिन ही कुशीनगर में किया गया. ज्ञान प्राप्ति के बाद भगवान बुद्ध ने पूरे दुनिया में अहिंसा और शांति का संदेश दिया. यह धर्म दुनिया के कई हिस्सों में पाया गया है. इसलिए बुद्ध पूर्णिमा के दिन पूरे दुनिया के अंदर भगवान बुद्ध के अनुआयी दीपावली मनाते हैं. आज के दिन हर घर में दिया जलाया जाता है. वहीं एक दूसरे को लड्डू खिलाकर बुद्ध का संदेश दिया गया. बौद्ध महासभा के संरक्षक रविंद्र सिंह बौद्ध ने बताया कि आज के दिन मच्छरगांवा के शिव पट्टी मोहल्ले में भगवान बुद्ध की मूर्ति का भी अनावरण किया गया है. जन्मोत्सव की सुबह में बरवत सेना बेतिया के कबीर सरोवर पर बोधि वृक्ष लगाया गया. साथ ही मच्छरगांवा के शिवपट्टी गांव में तथागत बुद्ध की विशाल प्रतिमा अधिष्ठापित किया गया. इस दौरान भारतीय बौद्ध महासभा के गौरी शंकर राम, जितेंद्र राम, राकेश कुमार सिंह, दीनानाथ प्रसाद, धर्मेंद्र राम, मिंटू पांडेय उर्फ संजीव पांडेय, जोगिंदर राम, चंदन कुमार, उपेंद्र कुमार, जोगिंदर राम, नंदलाल जी, डॉ प्रेम जी, दीनानाथ जी, सिकंदर राम, सुरेंद्र मास्टर साहब आदि ने भी अपने विचार रखे.
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