बेतिया. भोजपुरी को संवैधानिक भाषा का दर्जा दिलाने के लिए चंपारण से शुरू हो रहे भोजपुरी सत्याग्रह से पूर्व बेतिया में जून माह के अंत में “भोजपुरी महोत्सव ” महाअधिवेशन के आयोजन के लिए मंगलवार को बेतिया स्थित एक होटल में कार्यक्रम की सफलता समेत योजना व रणनीति को लेकर बैठक सम्पन्न हुई. राष्ट्रीय भोजपुरी संस्थान के तत्वावधान में भोजपुरी महोत्सव का संयोजन संस्थान के राष्ट्रीय युवाध्यक्ष सह भोजपुरी गीतकार प्रफुल्ल तिवारी के द्वारा किया जा रहा है. यह आयोजन भोजपुरी भाषा एवं सांस्कृतिक विरासत के गौरवमयी स्वरूप को जनमानस के समक्ष प्रस्तुत करने तथा भोजपुरी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करवाने के लिए सामाजिक मांग के उद्देश्य से किया जा रहा है. आयोजन भोजपुरी साहित्य, लोक कला, गीत-संगीत एवं सांस्कृतिक विविधताओं को समर्पित होगा. इसमें भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के नामचीन कलाकार, फिल्म मेकर्स, कवि-साहित्यकार, भोजपुरी भाषी जनप्रतिनिधि, सांस्कृतिक हस्तियां व स्थानीय जनता की भागीदारी होगी. बैठक में प्रदीप दुबे, विभय रंजन चौबे, बबुआ जी दुबे, रमण गुप्ता, अतुल आजाद, धर्मेंद्र शर्मा, अनील बाबा पाठक, आदित्य मधुकर, विशाल मिश्रा, शिव पुजारी, अभिषेक गुप्ता, विभांकधर मिश्रा, विक्की पाठक, अरविंद गुप्ता,आशीष रंजन पांडेय, सुमित मिश्रा सहित जिले के अनेक चर्चित, सामाजिक व सांस्कृतिक हस्तियों की उपस्थिति रही. बैठक में आयोजन की रूपरेखा, सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रूपसज्जा एवं विभिन्न विभागों की जिम्मेदारियों पर विस्तृत चर्चा हुई. सभी सदस्यों ने इस महोत्सव को ऐतिहासिक बनाने के लिए अपने सुझाव दिए तथा एकमत होकर इसे चंपारण की धरती पर भोजपुरी अस्मिता के पुनर्जागरण का पर्व मनाने का संकल्प लिया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है