बेगूसराय. जिले में गंगा के जल स्तर में वृद्धि के रुकने से बाढ़ पीड़ितों को थोड़ी राहत मिली है.हलांकि बेगूसराय नगर निगम क्षेत्र के पांच बाढ़ प्रभावित वार्डों में इसका आंशिक असर ही दिखने को मिला है. केंद्रीय जल आयोग के विभागीय सूत्रों के अनुसार पिछले 24 घंटों में मुंगेर में गंगा के जल स्तर में 12 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गयी वहीं हाथीदह में गंगा के जल स्तर में आठ सेंटीमीटर की कमी दर्ज की गयी है.शहर के पांच वार्डों में बाढ़ के पानी में बढ़ोतरी नहीं हुई है स्थिर है.जबकि हाथीदह में रविवार को गंगा नदी खतरे के निशान से 1.37 मीटर ऊपर बह रही है तथा मुंगेर में गंगा नदी खतरे के निशान से 54 सेमी ऊपर बह रही है. बेगूसराय जिला मुंगेर और हाथीदह के चौहद्दी में अवस्थित है. हथीदह के जलस्तर में कमी आने के बावजूद भी बाढ़ पीड़ितों की घबराहट कम नहीं हो रही है. नगर निगम क्षेत्र में पूर्व को वर्षों में सितंबर माह में बाढ आती रही है. इस वर्ष जिस तरह से शुरुआती अगस्त माह में गंगा ने अपना रौद्र रुप दिखाया है. लोगों में यह चर्चा है कि कहीं सितंबर में दुबारा प्रकोप न झेलना पड़ जाये. बुजुर्गों का कहना है कि हमने अपने जीवन में कितने वर्षों का बाढ़ झेला है. गंगा का प्रकोप स्थायी नहीं रहता अभी फिलहाल अगर कमी आई है तो यह कमी स्थाई रह पायेगी या नहीं यह कहना मुश्किल है. इधर नगर निगम क्षेत्र में लगातार डीएम, नगर आयुक्त व महापौर के निरीक्षण के बाद अंचालाधिकारी द्वारा बाढ़ प्रभावित वार्डों का लगातार भ्रमण किया जा रहा है और बाढ़ प्रभावित परिवारों की सूची बनायी जा रही है. महापौर पिंकी देवी भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगातार पहुंच रही है. वहीं पूर्व मेयर संजय कुमार द्वारा जनसहयोग से सूखा राहत सामग्रियों की वितरण की जा रही है.
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