बलिया. प्रखंड क्षेत्र के एक तिहाई आबादी इन दिनों बाढ़ की चपेट में है. जहां बाढ़ की विभिषिका के बीच हजारों लोग जीवन व्यतीत करने को विवस हैं. बाढ़ का पानी अत्यधिक हो जाने से लोगों के घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाने से सैकडों परिवार छत पर शरण लेने को मजबूर हैं. चारो तरफ पानी ही पानी होने से बाढ़ पीडि़त रूखा-सूखा खाकर रहने को मजबूर हैं. विगत एक सप्ताह से क्षेत्र में बाढ़ का पानी रहने के कारण बाढ़ पीडि़तों को पीने के लिये शुद्ध पेयजल भी नसीब हो रहा है. इन सब मुसीबतों को देखते हुये रविवार को एसडीओ सुश्री तरनिजा के द्वारा प्रखंड परिसर स्थित सभागार भवन में बाढ़ पीडि़त क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित की गयी. जिस बैठक में शिरकत कर रहे स्थानीय विधायक सत्तानंद संबुद्ध उर्फ ललन यादव, सीओ रवि कुमार भी मौजूद थे. बैठक में बाढ़ पीड़ित क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए एसडीओ ने सोमवार से बाढ़ पीड़ित सभी 62 वार्डों में सामुदायिक रसोई चलाने की घोषणा की है. साथ ही प्रत्येक वार्ड में 50-50 पॉलिथीन सीट देने की भी बात कही. वहीं जिन वार्डों की बसावट के बीच बाढ़ का पानी अधिक होने पर वहां भी वैकल्पिक व्यवस्था करने की बात कही गयी. 50 पॉलीथिन शीट पर बाढ़ पीड़ित पंचायत के वार्ड सदस्यों के द्वारा आपत्ति दर्ज कराई गयी. वार्ड सदस्यों का कहना था कि वार्ड की आबादी के अनुरूप पन्नी नहीं मिलने से बाढ़ पीडि़त आपस में झगड़ जाते हैं. जिस पर एसडीओ ने कहा कि पन्नी की उपलब्धता होने पर जरूरत के हिसाब से सभी वार्डों में पन्नी का वितरण कराया जायेगा. रविवार से पशु चिकित्सालय के समीप पशुचारे का भी वितरण शुरू किया गया है. एसडीओ ने बताया कि जहां-जहां नाव की व्यवस्था नहीं हो सकी है. वहां नाव की भी व्यवस्था करायी जायेगी. इस सब के बीच रविवार को बाढ़ के पानी में मामूली कमी देखी गयी है. जो बाढ़ पीड़ितों के लिये राहत की बात नहीं है. बैठक में पंचायत समिति सदस्य सुभाष राय, परमानंद चौधरी, गोपेश कुमार भी मौजूद थे.
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