शंभुगंज. प्रखंड क्षेत्र के भरतशीला पंचायत अंतर्गत पीपरा मुसहरी गांव में वर्षों पूर्व निर्मित चौपाल और स्कूल के शौचालय को दबंगों के द्वारा तोड़ने का ग्रामीणों के द्वारा लगातार विरोध किया जा रहा हैं. जिसको लेकर दो पक्षों के बीच विवाद घमासान मचा हुआ हैं. सोमवार को भी उक्त जमीन पर दावेदारी करते हुए जब गांव के ही तुलसी राम ने निर्मित चौपाल और स्कूल का शौचालय तोड़ने का प्रयास किया तो ग्रामीण महिलाओं ने विरोध करते हुए रोक दिया. जिसके बाद विवाद एक बार फिर बढ़ गयी. ग्रामीण महिला सुनैना देवी, कंचन देवी, तुला देवी, कालो देवी, अहिल्या देवी, सुरती देवी, जमुना देवी आदि का कहना है की पांच दशक पूर्व ही इस जमीन को कानीमोड़ गांव के भू-स्वामी के द्वारा ग्रामीणों को दिया गया हैं. ताकि इस पर ग्रामीणों के लिये स्कूल आदि खोला जाय. इस दौरान इस जमीन पर स्कूल का शौचालय का निर्माण एनटीपीसी के द्वारा कराया गया. इतना ही नहीं वर्षों पूर्व चौपाल का निर्माण कराया गया. लेकिन अब उस जमीन को कानीमोड़ गांव के रमेश चंद्र पाठक के द्वारा उनके नाम से उस जमीन का जमाबंदी रहने के कारण पीपरा मुसहरी गांव के तुलसी राम के हाथों बेच दिया गया. ग्रामीण सूरन मांझी, रुदल मांझी, दिलीप मांझी, टीपू मांझी, नंदकिशोर मांझी आदि ने बताया कि कई बार तुलसी राम के द्वारा जेसीबी लेकर उक्त जमीन पर पहुंचकर शौचालय और चौपाल तोड़ने का प्रयास किया गया, लेकिन ग्रामीणों के विरोध के कारण जेसीबी लेकर उसे भागना पड़ा. अब मामला अंचल तक पहुंचने के बाद सीओ ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी हैं. सीओ जुगनू रानी द्वारा बताया गया कि पीपरा मुशहरी गांव में जमीन विवाद को सुलझाने के लिये विवादित जमीन की जांच पड़ताल की जा रही हैं. जल्द ही मामले को सुलझा दिया जायेगा.
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