अमरपुर. प्रखंड क्षेत्र में विगत दिनों से एचपीवी टीकाकरण अभियान जारी है. पूरे क्षेत्र में 12 हजार टीकाकरण का लक्ष्य है, इनमें अब तक 4 हजार टीकाकरण पूर्ण कर लिया गया है. रेफरल अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी डॉ सुनील कुमार चौधरी ने बताया कि एचपीवी टीकाकरण राज्य सरकार का एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है. यह टीका 9 से 14 वर्ष आयु की बच्चियों को लगायी जाती है. एचपीवी टीकाकरण पूरी तरह से सुरक्षित एवं प्रभावी है. इससे सर्वाइकल कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर जैसी घातक बीमारी को रोकने में रामबाण साबित होती है. एचपीवी टीकाकरण पूरे बिहार के विद्यालयों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर चलायी जा रही है. अमरपुर प्रखंड में भी एचपीवी टीकाकरण का शुरुआत किया गया था. इस दौरान शहर के आदर्श मवि की कुछ बच्चियां बीमार हो गयी थी. जिसका उपचार रेफरल अस्पताल में किया गया. बच्चियों ने टीकाकरण के बाद बीमार होने की बात बतायी, जिसका गहराई से जांच की गयी. एम्स डिपार्टमेंट के चिकित्सकों से भी वैक्सीन के संबंध में बात की गयी. जिसमें स्पष्ट कहा गया है कि वैक्सीन से कोई दुष्प्रभाव नहीं हुआ है. वैक्सीन की जांच के दौरान भी वैक्सीन में कोई दुष्प्रभाव नहीं पाया गया. अगर वैक्सीन में किसी भी प्रकार का दुष्प्रभाव होता तो वैक्सीन का टीका लगने के पांच मिनट बाद ही बच्चियों में उनका लक्षण दिखाई देता, लेकिन वैक्सीन की टीका लगने के 50 मिनट बाद कुछ बच्चियों ने सिर दर्द व उल्टी होने की शिकायत की. चिकित्सा प्रभारी ने बताया कि एचपीवी टीके के कोई गंभीर दुष्प्रभाव नहीं होते और सबसे आम दुष्प्रभाव टीके लगने वाले हाथ में दर्द जैसे हल्के होते हैं. यह टीका गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर को रोकने के लिए एक शक्तिशाली और लागत प्रभावी सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय है. उन्होंने आमलोगों से एचपीवी टीकाकरण अभियान में बढ़चढ़ कर सहयोग करने की अपील की है.
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