शंभुगंज. शंभुगंज प्रखंड क्षेत्र में पिछले तीन दिन से हो रही बेमौसम बारिश व तेज हवा ने किसानों की चिंता बढ़ है. उड़ीसा में आये समुद्री तूफान मौंथा का असर प्रखंड क्षेत्र में भी जारी है. बुधवार से हो रही जोरदार बारिश व तेज हवा से खेतों में लगी धान की फसल गिर गयी है, जिससे किसानों को भारी नुकसान की आशंका है. किसान भुषण सिंह, राजीव कुमार सिंह, अमर मिश्रा, कैलाश झा, रामजी यादव, पुरुषोत्तम सिंह, राजा ठाकुर, पंकज दास सहित अन्य ने बताया कि इस बारिश से सबसे ज्यादा क्षति पके धान की फसल को हुई है. जोरदार बारिश होने से जहां खेत में पानी जमा हो गया है, वहीं तेज हवा चलने से पके धान की बाली व पौधे गिरकर पानी में डूब गये हैं. इस वजह से धान के सड़ने का खतरा बढ़ गया हैं. कृषि विशेषज्ञों ने धान की फसल को 30 प्रतिशत तक नुकसान होने का अनुमान लगाया है. किसानों का कहना है कि यदि बारिश जारी रही, तो जमीन पर गिरी बालियों के धान अंकुरित होने लगेंगे, जिससे फसल की लागत निकलनी भी मुश्किल हो जायेगी. पिछले तीन दिनों से बारिश के कारण धान की कटाई का काम पूरी तरह ठप है. गौरतलब हो कि मौसम विशेषज्ञों ने रविवार तक बूंदाबांदी के साथ हल्की बारिश और बादल छाए रहने की संभावना जताई हैं. कृषि विभाग के अनुसार प्रखंड क्षेत्र में खरीफ सीजन में 1 लाख से ज्यादा हेक्टेयर में धान की खेती की गयी थी. जिन किसानों ने फसल बीमा कराया है, उन्हें नुकसान की भरपाई की जायेगी. बेमौसम बारिश से एक ओर धान की फसल को नुकसान है, वहीं यह सरसों, मटर, चना और आलू जैसी रबी फसलों के लिए लाभदायक है. गेहूं की बुवाई के लिए भी यह बारिश फायदेमंद साबित होगी.
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