चांदन
चांदन प्रखंड क्षेत्र में चक्रवात मोंथा से हुई झमाझम बारिश व तेज हवा के कारण धान की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है. चक्रवात मोंथा के प्रभाव से खेतों में धान की पकी फसल खेत में गिर गई है. बारिश का पानी खेतों में जमा है. जिसमें फसल डूबकर नष्ट हो रही है. गौरीपुर पंचायत के बभनदेवा गांव के किसान परमानंद मांझी ने बताया कि वे चार बीघा में धान लगाया था. धान की फसल छठ पूजा के पहले पक चुकी थी. खेत में गेहूं, सरसों आदि की बुआई करने के लिए खेत खाली करने के लिए धान की कटाई कर चुका हूं. लेकिन अचानक मोंथा तूफान आ जाने से हुई बारिश ने खेतों को पानी से लबालब कर दिया. जिससे खेत में कटा हुआ सारा धान अंकुरित हो गया है. किसान अनिरुद्ध चौधरी, बलराम चौधरी, उमेश चौधरी, अनिल चौधरी आदि ने बताया कि इस बार धान की फसल बहुत अच्छी हुई थी, उम्मीद थी कि इस बार धान की पैदावार से पिछले साल का नुकसान की भी भरपायी हो जायेगी. लेकिन मोंथा चक्रवात ने सारी मेहनत पर पानी फेर दिया. इलाके के किसानों ने सरकार व जिला प्रशासन से शीघ्र मुआवजा प्रदान करने की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

