बांका. चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनाव की तैयारी प्रारंभ कर दी है. इस कड़ी में चुनाव आयोग ने पहली बार बूथ स्तर के अधिकारी बीएलओ को दिल्ली में प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया है. चुनाव आयोग के इस रणनीति के अनुसार, जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम अंशुल कुमार ने प्रत्येक विधानसभा से एक बीएलओ को चयनित करते हुए प्रशिक्षण के लिए दिल्ली भेज रहे हैं. दिल्ली में प्रशिक्षण पाने के लिए जाने वालों में अमरपुर से दीपक कुमार ठाकुर, धौरैया से दीपक कुमार, बांका से प्रफुल्ल पासवान, कटोरिया से उत्तम कुमार झा व बेलहर विधानसभा क्षेत्र से बीएलओ ओंकार नाथ चौधरी शामिल है. यह प्रशिक्षण कार्यशाला 23 व 24 अप्रैल को नयी दिल्ली में आयोजित की जायेगी. इस संदर्भ में डीएम ने एक पत्र भी जारी किया है. बताया कि इन बीएलओ ने लिंगानुपात सुधार में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है. जिसके परिणामस्वरूप बांका के लिंगानुपात में काफी सुधार हुआ है. उप निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ने मतदाता सूची को बिना त्रुटि के अपडेट करने में ईआरओ और बीएलओ की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया है और इस बात पर जोर दिया है कि राज्य सरकारों को एसडीएम स्तर या समकक्ष अधिकारियों को ईआरओ के रूप में नामित करना चाहिए, जो फिर बीएलओ की नियुक्ति करेंगे.
प्रशिक्षित बीएलओ बनेंगे मास्टर ट्रेनर
बीएलओ मतदाताओं और आयोग के बीच पहला और सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है. चुनाव आयोग के मुताबिक, प्रशिक्षण के बाद ये बीएलओ विधानसभा स्तर के मास्टर ट्रेनर बनेंगे. इसका उद्देश्य बीएलओ के राष्ट्रव्यापी नेटवर्क को मजबूत करना है. आयोग ने कहा है कि अगले कुछ वर्षों में हर 10 मतदान केंद्रों पर एक बीएलओ को ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों में प्रशिक्षित किया जायेगा. यह बीएलओ देश भर में बीएलओ नेटवर्क को मजबूत करने के लिए विधानसभा के बूथ अधिकारियों को ट्रेनिंग देंगे. चुनाव आयोग ने यह प्रशिक्षण कार्यक्रम बीएलओ को चुनावी कानून के अनुसार, उनकी भूमिकाओं और जिम्मेदारियों से परिचित कराने के साथ-साथ मतदाता सूची को त्रुटि रहित बनाने के लिए प्रासंगिक फॉर्म भरने की आवश्यकताओं से उन्हें लैस करने के लिए बनाया है. इसमें बीएलओ को उनके काम में सहायता करने के लिए आईटी तकनीक से भी प्रशिक्षित किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है