महिलाओं को बनाया जा रहा स्वावलंबी
पंजवारा. नाबार्ड के तत्वावधान में दृष्टि विहार सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्थान द्वारा मधुमक्खी पालन पर 10 दिवसीय रिफ्रेशर ट्रेनिंग कार्यक्रम का शुभारंभ शनिवार को किया गया. यह प्रशिक्षण जिला विकास प्रबंधक डीडीएम, नाबार्ड बांका अभिषेक आलोक के मार्गदर्शन में बाराहाट प्रखंड के लौढ़िया खुर्द कचमचिया गांव से आरंभ हुआ. संस्थान के सचिव दिलीप कुमार सिंह ने जानकारी दी कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम पांच गांव कचमचिया, विश्वकोरवा, लखपुरा, कनोलिया और रकौली में आयोजित किया जायेगा. जहां प्रत्येक गांव में दो-दो दिन तक रिफ्रेशर कोर्स चलाया जायेगा. कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को मधुमक्खी पालन के क्षेत्र में दक्ष बनाकर उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है. इस अभियान में शोभा देवी का योगदान विशेष रूप से उल्लेखनीय है, जो महिलाओं को प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार के लिए प्रेरित कर रही है. प्रशिक्षण में भाग लेने वाली महिलाओं में विनीता, सुजाता, सविता, लाखों, रुक्मणी, शालिनी, काजल, धन-मंत्री, बीना, जूली, नारदी, पिंकी, अमित, बेबी और सुषमा समेत कई अन्य प्रतिभागी उपस्थित रही. इन महिलाओं ने प्रशिक्षण के प्रति उत्साह दिखाया और भविष्य में मधुमक्खी पालन को आय का स्रोत बनाने की बात कही.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है