बौंसी. पवित्र कार्तिक पूर्णिमा पर बुधवार तड़के से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पापहारिणी सरोवर के घाटों पर उमड़ पड़ी. मंदार तराई स्थित इस सरोवर में श्रद्धालुओं ने यहां पवित्र स्नान कर लक्ष्मी नारायण मंदिर में पूजा-अर्चना की, दीपदान किया और कार्तिक व्रत का समापन किया. सुबह के 4 बजे से ही यहां के विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था. महिलाओं ने स्नान कर पारंपरिक वेशभूषा में दीपक जलाकर सरोवर में प्रवाहित किया. श्रद्धालुओं का मानना है कि कार्तिक स्नान से जन्म जन्मांतर के पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है. पंडित अवधेश ठाकुर की माने तो इस दिन सूर्योदय से पहले स्नान करने का फल कई जन्मों के पुण्य के बराबर होता है. इस दिन देव दीपावली भी मनाई जाती हैं और भक्त दीपदान करते हैं, जो अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है. स्नान और पूजन के बाद कुछ भक्तों ने दिव्यांग और असहाय लोगों को दान पुण्य भी किया, जबकि कई लोगों ने घाट के किनारे सामूहिक रूप से हवन किया.
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