शंभुगंज (बांका) : आंगनबाड़ी पर्यवेक्षिका की शिकायत पर बुधवार की देर शाम जिलाधिकारी डॉ निलेश देवरे जिले के वरीय पदाधिकारियों की टीम के साथ बाल विकास परियोजना कार्यालय शंभुगंज पहुंचे. प्रधान लिपिक कार्यालय में ताला जड़ा था. जिलाधिकारी ने ताला तोड़वा कर कागजात की जांच की. मौके से अनुपस्थित प्रधान लिपिक को निलंबित कर दिया. […]
शंभुगंज (बांका) : आंगनबाड़ी पर्यवेक्षिका की शिकायत पर बुधवार की देर शाम जिलाधिकारी डॉ निलेश देवरे जिले के वरीय पदाधिकारियों की टीम के साथ बाल विकास परियोजना कार्यालय शंभुगंज पहुंचे.
प्रधान लिपिक कार्यालय में ताला जड़ा था. जिलाधिकारी ने ताला तोड़वा कर कागजात की जांच की. मौके से अनुपस्थित प्रधान लिपिक को निलंबित कर दिया. साथ ही बिना आवेदन स्वीकृति के छुट्टी पर गयीं सीडीपीअो पर कार्रवाई के संकेत दिये.
कार्यालय को किया सील
जांच के क्रम में जिला से आये वरीय पदाधिकारियों ने कार्यालय से टीएचआर वितरण पंजी, उपस्थिति पंजी, कैश बुक पंजी, आंगनबाड़ी केंद्र निरीक्षक पंजी सहित अन्य पंजी को जब्त कर कार्यालय को सील कर दिया गया. इस संबंध में जिलाधिकारी ने बताया गया कि महिला पर्यवेक्षिका द्वारा शिकायत की गयी है कि सीडीपीओ हमलोगों को प्रताड़ित करती हैं.
पर्यवेक्षिका द्वारा जब आंगनबाड़ी का निरीक्षण किया जाता है तो अनियमितता मिलने की शिकायत करने पर सीडीपीओ द्वारा सेविका, सहायिका पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती, उलटे उनको प्रताड़ित किया जाता है.
कई महीने से महिला पर्यवेक्षकों को मानदेय नहीं दिया गया है. कार्यालय के प्रधान लिपिक राम नरेश प्रसाद प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र से दो-दो हजार रुपया वसूलवाते हैं. प्रधान लिपिक 27 नवंबर 15 तक अपनी उपस्थिति बना कर फरार हैं. सीडीपीओ सुषमा कुमारी मातृत्व अवकाश के लिए आवेदन देकर हैं. जबकि आवेदन स्वीकृत नहीं हुआ है.
होगी कार्रवाई
डीएम ने कहा कि प्रधान लिपिक को निलंबित किया जाता है. सीडीपीओ पर कार्रवाई के लिए लिखा जायेगा. डीएम ने कार्यालय में उपस्थित डाटा ऑपरेटर कुंदन कुमार को भी फटकार लगायी. मौके पर डीसीएलआर ब्रजेश कुमार, टीओ नवल किशोर प्रसाद, वरीय उप समाहर्ता राकेश कुमार, बीडीओ दीना मुर्मू, सीओ अमलचंद्र कुमार आदि मौजूद थे.