मानव तस्करी की शिकार डेढ़ साल बाद बरामद
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पांच लाख में नाबालिग छात्रा का अधेड़ के साथ हुआ था सौदा
मानव तस्करी की शिकार डेढ़ साल बाद बरामद बांका : डेढ़ साल पूर्व मानव तस्करी की शिकार शहर के अलीगंज मुहल्ले से गायब एक नाबालिग छात्रा को बांका पुलिस ने राजस्थान के करौली जिला से बरामद कर लिया है. बताया जा रहा है कि छात्रा उस समय सातवीं कक्षा में पढ़ती थी. इसी दौरान मुहल्ले […]
बांका : डेढ़ साल पूर्व मानव तस्करी की शिकार शहर के अलीगंज मुहल्ले से गायब एक नाबालिग छात्रा को बांका पुलिस ने राजस्थान के करौली जिला से बरामद कर लिया है. बताया जा रहा है कि छात्रा उस समय सातवीं कक्षा में पढ़ती थी. इसी दौरान मुहल्ले के मो नसीम, पवन कुमार व कहलगांव निवासी प्रमोद गोड़ी ने छात्रा की मां को गलत तरीके से अपने जाल में फंसा कर एक 60 वर्षीय अधेड़ राजस्थानी के हाथों उनकी पुत्री का सौदा पांच लाख में कर डाला. यह मामला करीब डेढ़ साल पहले का है.
तीनों तस्कर मिलकर छात्रा की मां को पुत्री की अच्छे घराने में शादी करने का प्रलोभन देकर मां व पुत्री को भागलपुर ले गये. भागलपुर पहुंचने के बाद तस्करों ने लड़की की मां से कहा कि भागलपुर से अच्छा लड़का आगरा में मिलेगा. इसके बाद सभी ट्रेन से आगरा चले गये. आगरा में तस्करों ने छात्रा की मां को खाने में नशीली पदार्थ मिलाकर दिया. इसके बाद वह बेहोश हो गयी. जब उसे होश आया, तो उनकी पुत्री गायब थी. आस-पास के जगहों पर पुत्री की काफी खोजबीन की गयी.
पांच लाख में…
लेकिन पुत्री का कोई अता-पता नहीं चल पाया. इसके बाद मां की आगरा रेलवे स्टेशन पर तीनों तस्कर से मुलाकात हो गयी. स्टेशन पर पुत्री को लेकर छात्रा की मां हंगामा करने लगी. तस्करों ने उन्हें बताया कि विवाह का मुहूर्त निकला जा रहा था और आप गहरी निंद में सो रही थी. जगाने के बाद जब नहीं जगीं तो आगरा निवासी सावल नामक व्यक्ति से पुत्री की शादी करा दी है. मां के पुत्री से मिलने की जिद पर तस्करों ने स्टेशन पर ही सावल व पुत्री को बुलाकर उनसे मुलाकात करायी. इसके पूर्व तस्करों ने छात्रा की मां को बहकावें में लाकर एक सादे कागज पर अंगूठे का निशान लगवा लिया था. छात्रा की मां ने बांका पहुंच कर कुछ दिनों के बाद अपनी पुत्री व सावल से जब फोन पर बात की तो पुत्री ने बताया कि उसे पांच लाख रुपये में बेच दिया गया है. इसके बाद छात्रा की मां अलीगंज निवासी मो नसीम व पवन से इस बारे में पूछताछ करने पहुंची. वहां दोनों ने कहा कि पांच लाख रुपये में खुद ही बेची हो. इसका सबूत कागज में लगाये गये अंगूठे का निशान मेरे पास मौजूद है. पुत्री की बेचने की बात सुनकर मां ने पांच जुलाई 2017 को सदर थाने में तीनों तस्कर के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराते हुए अपनी पुत्री की बरामदगी की गुहार लगायी थी. इस पर पुलिस राजस्थान के करौली जिला अंतर्गत टोड़ाभीम थाना क्षेत्र के भजेड़ा गांव से छात्रा को बरामद कर बांका ले आयी. पुलिस की कार्रवाई के दौरान आगरा का सावल भागने में सफल रहा.
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