नवीनगर. नवीनगर के धुंधुआ गांव स्थित सूर्य मंदिर परिसर में प्रगतिशील विस्थापित प्रभावित किसान मजदूर कल्याण समिति की बैठक की गयी. अध्यक्षता रामप्रवेश यादव और संचालन नरेश पाल ने किया. अध्यक्ष रविंद्र प्रसाद, उपाध्यक्ष नरेश पाल, महासचिव जगदीश चौधरी, सचिव धनंजय कुमार, उपसचिव जनेश्वर रवि, उपाध्यक्ष केदार चौहान, कोषाध्यक्ष घनश्याम सिंह, उपकोषाध्यक्ष नंदलाल चौहान, निगरानी अध्यक्ष वाल्मीकि साव, संगठन सचिव लक्ष्मण राम, अमरेंद्र मेहता और मुखिया प्रतिनिधि मनोज चौहान सहित अन्य ने अपने विचार रखे. वक्ताओं ने कहा कि परियोजना लगाने के लिए यहां के किसानों ने देश हित और जन कल्याण के लिए एक मत से अपनी उपजाऊ भूमि अपने भविष्य के लिए एवं बच्चों के भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए दे दी. परियोजना लगने से पहले बीआरबीसीएल एनटीपीसी द्वारा बहुत लाभ के लिए आश्वासन मिला और परियोजना लगाकर सुचारू रूप से बिजली उत्पादन शुरू हुआ लेकिन यहां के विस्थापित प्रभावित किसान, मजदूरों को अभी तक अनेकों लाभ से वंचित रखा गया. किसानों को अधिग्रहण भूमि एवं आवासीय भूमि का भुगतान नहीं हुआ. इसका भुगतान किया जाये. किसानों की छूटी हुई भूमि का अधिग्रहण हुआ. इस जमीन को डिनोटिफिकेशन के नाम पर भुगतान रोका गया. इसका भुगतान किया जाए. विस्थापित प्रभावित किसान मजदूर को योग्यता के अनुसार बीआरबीसीएल एनटीपीसी में रोजगार एवं नौकरी दिया जाये. बीआरबीसीएल द्वारा विस्थापित प्रभावित गांवों को बिजली, स्वास्थ्य तथा पानी की व्यवस्था अविलंब किया जाये. बीआरबीसीएल द्वारा बनाया गया आईटीआइ कॉलेज को अविलंब चालू कराया जाये. वहीं 25 लाख तक की ठेकेदारी विस्थापित को दिया जाये. इसके अलावा भी कई अन्य मांगों को लेकर आवाज बुलंद की गयी. इन सभी मांगों को लेकर संबंधित पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को पूर्व में ज्ञापन देने के बाद भी मांग पूरी नहीं होने पर आक्रोश जताया गया. इस दौरान लालमोहन राम, बच्चू ठाकुर, लखमनिया देवी, शांति देवी, नगीना तिवारी, युगेश चंद्रवंशी, राजेंद्र चौहान, सुरेंद्र यादव, शिव नारायण चौधरी, सत्येंद्र चौधरी, विष्णु चौहान, सरोज मेहता समेत कई अन्य लोग मौजूद थे.
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