दाउदनगर महाविद्यालय के प्रेमचंद सभागार में गुरुदेव रवींन्द्रनाथ टैगोर की मनी जयंती
प्रतिनिधि, दाउदनगर
दाउदनगर महाविद्यालय के प्रेमचंद सभागार में अंग्रेजी विभाग द्वारा गुरुदेव रवींन्द्रनाथ टैगोर की जयंती मनायी गयी. अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के प्रधानाचार्य प्रो डॉ एमएस इस्लाम ने कहा कि रवीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविख्यात कवि, संत एवं विचारक थे, जिन्होंने अपनी रचनाओं द्वारा मानव जाति का उत्थान एवं विकास के लिए न केवल मार्ग प्रशस्त किया बल्कि मानवीय संवेदनाओं का सजीव चित्रण भी किया. उन्होंने कहा कि यह सेमिनार बेहद सफल रहा, क्योंकि मंच संचालन से लेकर धन्यवाद ज्ञापन तक एवं कार्यक्रम में भागीदारी के रूप में विद्यार्थियों की सहभागिता रही. इसके लिए उन्होंने अंग्रेजी विभाग के वरीय सहायक प्राचार्य डॉ अभिषेक भक्त को धन्यवाद दिया एवं सभी प्रतिभागी छात्रों को अगले सेमिनार में पुरस्कृत करने की घोषणा भी की. कार्यक्रम के मुख्य वक्ता अंग्रेजी के वरीय सहायक प्राचार्य डॉ अभिषेक भक्त ने कहा कि रविन्द्रनाथ टैगोर ने सेवा को बड़ा माध्यम बताया था. टैगोर के अनुसार सेवा द्वारा मानवीय प्रेम, राष्ट्रप्रेम एवं अंततः परम पिता परमेश्वर की प्राप्ति की जा सकती है. उन्होंने टैगोर का संक्षिप्त जीवन चरित्र पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुत किया. बीए पार्ट तीन के छात्र मनीष कुमार ने काबुलीवाला लघुकथा का पाठ किया. सौम्या राज ने गीतांजलि की कविता का पाठ किया. अंकित कुमार पाठक ने उपन्यास गोरा, मनीषा कुमारी ने कविता डेथ, गुड़िया कुमारी ने लघु कथा पोस्टमास्टर एवं नीरू कुमारी ने कविता क्लोज पाथ का पाठ किया.अमरावती कुमारी ने टैगोर के प्रसिद्ध गीत ऐकला चलो रे का गायन किया. धन्यवाद ज्ञापन बीए पार्ट तीन अंग्रेजी विभाग के छात्र मनीष कुमार ने दिया तथा मंच संचालन बीए पार्ट तीन अंग्रेजी विभाग की छात्रा आफिया हसन ने किया. मौके पर कॉलेज के पीआरओ डॉ देव प्रकाश समेत सभी शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मी तथा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है