औरंगाबाद ग्रामीण. बारुण प्रखंड से लगभग 12 किलोमीटर की दूरी पर पटना सोन नहर के समीप स्थित पिपरा गांव में प्रसिद्ध शक्तिपीठ अष्टभुजी माता मंदिर के प्रांगण में अष्टभुजी महोत्सव की तैयारी को लेकर बैठक की गयी. अध्यक्षता मुखिया प्रतिनिधि विजय कुमार सिंह व संचालन सुरेश विद्यार्थी ने किया. सदस्यों ने 12 मई यानी वैशाख पूर्णिमा के दिन अष्टभुजी महोत्सव मनाने का निर्णय लिया. इस दौरान अष्टभुजी महोत्सव आयोजन समिति का गठन भी किया गया. विजय कुमार सिंह को अध्यक्ष, अजय कुमार को उपाध्यक्ष, राजा दिलीप सिंह को सचिव, रामेश्वर भगत को उप सचिव, आलोक कुमार गुप्ता को कोषाध्यक्ष, परशुराम सिंह को उप कोषाध्यक्ष बनाया गया. वहीं, संरक्षक मंडल में समाजसेवी रामचंद्र सिंह, सत्येंद्र कुमार सिंह, कर्मदेव पाल, पत्रकार अजीत मिश्रा, रंजीत सिंह, राम उदित सिंह को जिम्मेवारी दी गयी. संयोजक सुरेश विद्यार्थी को बनाया गया, जबकि सह संयोजक की जिम्मेवारी टूटू पांडेय को दी गयी. कार्यकारिणी समिति में मंटू भगत, शिवपति प्रसाद गुप्ता, राजेश्वर प्रजापति, लाल मोहर प्रजापति, संजय सिंह यादव, सुरेंद्र पासवान, गिरिजेश साव, शिवनंदन विश्वकर्मा, विजेंद्र यादव, योगेंद्र पासवान, बिगन राजवंशी, गजानंद सिंह, अर्जुन प्रसाद गुप्ता, दिलकेश्वर सिंह, अशोक भगत, राजाराम राजवंशी, वाल्मीकि राजवंशी, अरविंद दास, विजय पाल, मनोज साव, झमन राजवंशी, रामबचन सिंह, रामाधार पासवान को रखा गया. सभी सदस्यों ने निर्णय लिया कि महोत्सव के दिन सुबह सवेरे षोडशोपचार विधि से माता की पूजा-अर्चना की जायेगी. प्रांतीयस्तर के अधिकारियों द्वारा उद्घाटन, माता की महिमा पर विचार गोष्ठी, विद्यालयी बच्चों का कार्यक्रम, सांस्कृतिक कार्यक्रम व कवि सम्मेलन कराया जायेगा. सारे कार्यक्रमों की रूपरेखा को तय करने के लिए अगले बैठक में निर्णय लिया जायेगा. अगली बैठक की तिथि 15 अप्रैल निर्धारित की गयी है. बैठक में सैकड़ों ग्रामीणों ने हिस्सा लिया व महोत्सव के आयोजन पर काफी खुशी जतायी.
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