कट-ऑफ मार्क्स के अनुरूप ऑप्शन चयन नहीं करने पर होगी दिक्कत
प्रतिनिधि, औरंगाबाद/अंबा.बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पटना ने इंटरमीडिएट शिक्षण संस्थानों में एडमिशन लेने के लिए ऑनलाइन अप्लाई की तिथि विस्तारित कर दी है. अब मैट्रिक पास बच्चे आठ मई तक 11वीं कक्षा में एडमिशन लेने के लिए ओएफएसएस पोर्टल के तहत अपना आवेदन कर सकते हैं. उन्हें ओएफएसएस (ऑनलाइन फैसिलिटेशन सिस्टम फॉर स्टूडेंट) साफ्टवेयर के माध्यम से अप्लाई करना होगा. बोर्ड ने अकाउंट के तहत आवेदन शुल्क पेमेंट्स करने का प्रावधान तय किया है. ऐसे में स्टूडेंट और कैफे संचालक को पूरी सावधानी बरतनी होगी. ऑनलाइन होने के बाद निर्धारित समय के अंदर उनका पेमेंट्स नहीं होता हो तो बेवसाइट पर आवेदन स्वीकार नहीं किया जायेगा. अभी तक 11वीं कक्षा में एडमिशन के लिए ऑफ लाइन की कोई गुंजाइश नहीं रह गयी है. नियत समय के अंदर अगर बच्चे ऑनलाइन आवेदन नहीं करते हैं, तो वे एडमिशन लेने से वंचित भी रह सकते हैं. विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार ऑनलाइन के दौरान बच्चों को ऑप्शन चुनने से पहले गत वर्ष के स्कूल कॉलेज का कट ऑफ मार्क्स पर ध्यान रखना होगा. बोर्ड ने हमेशा प्रथम वरियता के आधार पर नामांकन के लिए सूची जारी करती है. ऐसा नहीं कि सेकेंड व थर्ड डिविजन से उत्तीर्ण बच्चे अपने मन मुताबिक ऑनलाइन करते हैं तो उन्हें कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. ऑनलाइन के क्रम में एक स्टूडेंट ऑप्शन में अधिकत्तम 20 इंटरस्तरीय संस्थानों का नाम दे सकते है. 11वीं कक्षा के सत्र 2025-27 में एडमिशन के लिए ऑनलाइन करने वाले बच्चों को एक मोबाइल फोन अपने साथ रखना जरूरी है. उक्त फोन पर ही बोर्ड से ओटीपी आयेगा. उसी मोबाइल नंबर से दूसरे बच्चे आवेदन नहीं कर सकेंगे. मेरिट लिस्ट जारी होने पर रिफ्रेंश नंबर से ही इंटिमेशन लेटर निकाला जाता है.
ऑप्शन चयन करने में चूक हुई तो होगी दिक्कत
ऑनलाइन करने के क्रम में अगर बच्चे ऑप्शन चयन करने में चूक गये तो बाद में काफी दिक्कत होगी. पिछले वर्ष से बिहार बोर्ड ने जिले के सच्चिदानंद सिन्हा कॉलेज, आरएलएसवाइ कॉलेज, किशोरी सिन्हा महिला कॉलेज, एएनएस नवीनगर कॉलेज व दाउदनगर डिग्री कॉलेज में इंटर की पढ़ाई बंद कर दी है. इसके साथ ही बोर्ड ने शेष रह गये इंटरस्तरीय संस्थानों की सूची जारी कर दी है और इसके साथ सीट का भी निर्धारण कर दिया है. किस पल्स टू हाईस्कूल व किस कॉलेज के किस संकाय में कितने सीटें हैं, इसका भी क्लियर कर दिया गया है. अप्लाई की प्रकिया पूरी होने पर ओएफएसएस सिस्टम के तहत मेरिट लिस्ट जारी होती है. गत वर्ष किस संस्थान का कितना कट ऑफ रहा है बोर्ड ने इसका भी खुलासा कर दिया है. फिलहाल इंटर साइंस व इंटर आर्ट्स के लिए अंबा महिला कॉलेज के पास जिले के अन्य संस्थानों के अपेक्षा सबसे अधिक सीट है. ओएफएसएस ने यह बता दिया है कि किस संस्थान में किस संकाय की कितनी सीटें हैं. छात्र यदि ऑनलाइन आवेदन करने के इन सारी बातों का ख्याल रखते हैं, तो नामांकन में उन्हें सहजता होगी. उन्हें यह देखना होगा कि उनका अंक प्रतिशत कितना है और जिस संस्थान में उन्होंने ऑप्शन नंबर एक दिया है, उसमें सीटें कितनी है और पिछले वर्ष उसे संस्थान का कटऑफ कितना रहा है. गौरतमलब है कि अपग्रेड मिडिल स्कूल में इंटर के एडमिशन के लिए अब तक एक संकाय में मात्र 40 सीट है. वहीं ज्यादातर अपग्रेड हाइ स्कूल में कहीं 120 से अधिक सीट नहीं है, जबकि एक हाइ स्कूल से 400-500 बच्चे से अधिक मैट्रिक पास किये है.आवश्यक डाक्यूमेंट्स की है जरूरत
इंटर में एडमिशन के लिए ऑनलाइन करने के लिए मैट्रिक का नेट वाला मार्क्ससीट, एडमिट कार्ड, आधार कार्ड, फोटो, ईमेल, मोबाइल, बैक अकाउंट, पासबुक के साथ आरक्षण कोटि के बच्चों के लिए जाति-प्रमाण पत्र जरूरी है.क्या बताते हैं डीपीओ
डीपीओ दयाशंकर सिंह ने बताया कि जिले के 237 पल्स टू हाइ स्कूल और 20 वित्त रहित इंटर संस्थानों में इंटर का एडमिशन होना है. इस बार जिले में तकरीबन 44 हजार छात्र-छात्राए मैट्रिक पास किये है. ऑनलाइन करने के समय बच्चों को कम-से-कम 10 इंटरस्तरीय संस्थान को ऑप्शन चुनना जरूरी है. ऑप्शन चयन में मिस्टेक होने से एडमिशन लेने में परेशानी होती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है