आइसीटी लैब स्थापित विद्यालय में 18 से 21 अगस्त तक होगा आयोजन
प्रतिनिधि, औरंगाबाद/अंबा.
सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को विभिन्न प्रायोगिक परीक्षा की तैयारी भी करायी जा रही है. इसके लिए कई तरह के प्रयास किये जा रहे हैं. मेडिकल व इंजीनियरिंग के क्षेत्र में जाने के लिए भी बच्चों को प्रोत्साहित किया जा रहा है. इसके लिए 12वीं के बच्चों को इसके लिए मॉक टेस्ट की सुविधा प्रदान की जा रही है, ताकि आइआइटी-जेइइ व नीट की प्रवेश परीक्षा की तैयारी में उन्हें किसी तरह की परेशानी न हो. बिहार शिक्षा परियोजना निदेशक के पत्र का हवाला देते हुए जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने इस संबंध में पत्र जारी किया है. उन्होंने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, लेखा सहायक सह डाटा इंट्री ऑपरेटर को मॉक टेस्ट को लेकर आवश्यक तैयारी करने का निर्देश दिया है. इसके लिए समय सारणी भी तय की गयी है. जानकारी के अनुसार 18 व 19 अगस्त को आइआइटी जेइइ की मॉक टेस्ट तीन पाली में आयोजित की जायेगी. साथ ही 20 व 21 अगस्त को नीट की परीक्षा से संबंधित मॉक टेस्ट कराया जाएगा. उक्त मॉक टेस्ट तीनों पाली में आयोजित किया जाना है. अभ्यर्थियों को 100 प्रश्न हल करने के लिए दो-दो घंटे का समय दिया जायेगा.100 प्रश्नों को हल करने के लिए डेढ़ घंटे का दिया जायेगा समय
मॉक टेस्ट के दौरान 100 प्रश्नों को हल करने के लिए डेढ़ घंटे का समय दिया जायेगा. तीनों पाली में अलग-अलग बच्चे भाग लेंगे. प्रथम पाली नौ बजे से 11 बजे तक, द्वितीय पाली में 11:30 बजे से 1:30 बजे तक वहीं तृतीय पाली में दो से चार बजे तक टेस्ट आयोजित किये जायेंगे. मॉक टेस्ट को लेकर से पूर्व सभी तरह की आवश्यक तैयारी पूरी करने का निर्देश आइटी लैब के समन्वयक विनय कुमार व सभी संबंधित प्रधानाध्यापक को भी दिया गया है. मॉक टेस्ट के आयोजन होने से बच्चों को मेडिकल व इंजीनियरिंग लिए आयोजित नीट व आइआइटी जेइइ की परीक्षा की तैयारी में सहूलियत होगी.जिले के 55 विद्यालय में होगा मॉक टेस्ट का आयोजन
मॉक टेस्ट का आयोजन ऐसे विद्यालय में किया जाना है, जहां आइटीसी लैब उपलब्ध है. वहीं, वैसे हाइस्कूल जहां आइटीसी लैब उपलब्ध नहीं है, उन स्कूल के बच्चों का नजदीक के आइटीसी लैब स्थापित मिडिल स्कूल में मॉक टेस्ट होगी. मॉक टेस्ट से पूर्व छात्र -छात्राओं को बैठने की समुचित व्यवस्था की जायेगी, ताकि परीक्षा के संचालन में किस तरह का प्रावधान उत्पन्न हो. सफल क्रियान्वयन में कंप्यूटर शिक्षक व आइसीटी इंस्ट्रक्टर का सहयोग लिया जायेगा. परीक्षा में विज्ञान के बच्चों को अधिक से अधिक सहभागिता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है. आइटीसी लैब समन्वयक विनय कुमार ने बताया कि विभिन्न प्रखंडों के 55 स्कूल में मॉक टेस्ट कराया जाना है. इनमें औरंगाबाद के चार, बारुण के दो, दाउदनगर के छह, गोह प्रखंड के 14, हसपुरा प्रखंड के चार, कुटुंबा प्रखंड के छह, मदनपुर प्रखंड के दो, नवीनगर प्रखंड के छह, ओबरा प्रखंड के सात एवं रफीगंज प्रखंड के चार विद्यालय शामिल है.क्या कहते हैं अधिकारी
डीपीओ भोला कुमार कर्ण ने कहा कि बच्चों में प्रतियोगी परीक्षा के लिए दक्षता विकसित करने के उद्देश्य से मॉक टेस्ट का आयोजित किया जाना है. विभाग से इसके लिए दिशा निर्देश प्राप्त हुआ है. मॉक टेस्ट आयोजित किये जाने से बच्चों को मेडिकल व इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा देने में काफी सहूलियत होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

