अंबा. तेज आंधी व हल्की बारिश होने से लू का असर तो कम दिख रहा है, पर बारिश बंद होते ही उमस भरी गर्मी काफी कष्टदायक साबित हो रही है. ऐसे में बिजली कट जाने पर लोगों को दिक्कत होती है. दो सप्ताह से हल्की आंधी-पानी आने के बाद से बिजली गायब होने की समस्या बढ़ गयी है. हल्की आंधी चलने के बाद कही न कहीं फॉल्ट आ जाने के कारण बिजली सप्लाई बंद हो जाती है. हालांकि दो-चार घंटे बाद फॉल्ट ठीक होने पर प्रखंड मुख्यालय अंबा बाजार व आसपास के इलाका में बिजली सप्लाई शुरू होती है. वहीं, दूसरी ओर पेयजल की समस्या भी झेलनी पड़ती है. यूं तो आंधी का मौसम आते ही कुटुंबा प्रखंड के बिजली उपभोक्ताओं की परेशानियां बढ़ जाती हैं. सड़क किनारे लगे पेड़ों की टहनियां 11 हजार वोल्ट की हाईटेंशन तारों से टकराने के कारण बार-बार फॉल्ट की समस्या उत्पन्न होती है, जिससे बिजली आपूर्ति बाधित हो जाती है. कई बार आंधी में पेड़ की टहनियां टूटकर तार पर गिर जाती है. कुटुंबा फीडर के तमसी लाइन से ऐसा मामला अधिक मिलता है. उपभोक्ताओं का कहना है कि आंधी के दौरान बिजली गुल होना आम बात हो गयी है. कई बार रात भर बिजली नहीं रहती. बिजली विभाग के कर्मचारी फाल्ट होने पर टहनियां काटते हैं, लेकिन यह समाधान अस्थायी होता है. अगली आंधी में फिर वही समस्या खड़ी हो जाती है. बिजली विभाग पेड़ों की नियमित छंटाई नहीं कराता, जिसके चलते यह समस्या बार-बार सामने आती है. उपभोक्ताओं ने मांग की है कि विभाग इस समस्या का स्थायी समाधान निकाले. बिजली विभाग के कर्मचारियों का कहना है कि आंधी प्राकृतिक आपदा है, जिसे रोका नहीं जा सकता है. फाॅल्ट होने पर उनकी टीम तुरंत काम करती है, लेकिन पेड़ों की नियमित छंटाई में कमी रहती है.जेई प्रिय कंचन निराला ने कहा कि आवश्यकतानुसार तार के समीप के वर्षों की टहनियों की छंटाई होती है, फिर भी आंधी में ऐसी समस्याएं आती है. कई बार तो आंधी में बिजली के पोल भी टूटकर गिर जाते हैं. तेज आंधी आने की स्थिति में विभाग काफी सक्रिय होता है. आंधी के समय बिजली काट दी जाती है. आंधी खत्म होने के बाद क्षति की जांच की जाती है और फिर आपूर्ति बहाल की जाती है.
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