औरंगाबाद नगर.
शिक्षाविद और सीतयोग इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के निदेशक डॉ राजेश कुमार सिंह को गुरुवार को अमरेंद्र फाउंडेशन द्वारा नयी दिल्ली स्थित कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में भारत विभूति सम्मान से सम्मानित किया गया. डॉ राजेश कुमार सिंह को यह पुरस्कार दशकों से शिक्षा के क्षेत्र में उनके अतुलनीय योगदान और सामाजिक कार्यों के लिए दिया गया. वैसे यह सम्मान उन्हें मुख्य अतिथि राष्ट्रीय महिला आयोग सदस्या ममता कुमारी, हाइ कोर्ट के रिटायर्ड न्यायाधीश वीरेंद्र वर्मा, जाने माने यूरोलॉजिस्ट डॉ अनूप कुमार, भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता विनिता हरिहरन, चांसलर प्रो बीएन मिश्रा, एनसीपी के राष्ट्रीय महासचिव एवं संस्था के निदेशक अमरेंद्र पाठक द्वारा संयुक्त रूप से दिया गया. डॉ राजेश ने कहा कि शिक्षा केवल ज्ञान प्रदान करने का साधन नहीं है, बल्कि यह चरित्र निर्माण, नवाचार, और समाज के प्रति उत्तरदायित्व की भावना को भी विकसित करने का माध्यम है. जब उन्होंने सीतयोग इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की स्थापना की थी, तब उनका सपना केवल एक शिक्षण संस्थान बनाने तक सीमित नहीं था, बल्कि उन्होंने इसे एक क्रांतिकारी बदलाव का केंद्र बनाने का संकल्प लिया था. उनका उद्देश्य हमेशा रहा है कि वह अपने विद्यार्थियों को केवल किताबी ज्ञान ही नहीं, बल्कि व्यावहारिक शिक्षा और नैतिक मूल्यों से भी समृद्ध करें. सम्मान उनके व्यक्तिगत प्रयासों का नहीं, बल्कि पूरी टीम, शिक्षकों, छात्रों और अभिभावकों के सहयोग और समर्थन का परिणाम है. इधर, सीतयोग संस्थान के कोषाध्यक्ष माधवकांत सिंह, सीतयोग कॉलेज के संस्थापक सदस्य व सीतयोग वाटरटेक के निदेशक राकेश कुमार सिंह ने मौजूद रहकर उनका हौसला अफजाई किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

