औरंगाबाद शहर. जिले में साइबर ठगी के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है. साइबर अपराधियों ने बैंक खाते से 2.30 लाख रुपये उड़ा लिये. हैरानी यह है कि मोबाइल पर न कोई ओटीपी आया और न ही कोई एसएमएस अलर्ट. इस मामले में पीड़ित ने थाना में शिकायत दर्ज करायी और कार्रवाई करने की गुहार लगायी है. माली थाना क्षेत्र निवासी विद्यानंद पांडेय ने बताया कि उनका खाता एमजी रोड स्थित एचडीएफसी बैंक की शाखा में है. उनके खाते में पहले से 59830.64 रुपये जमा थे. इसके बाद करीब तीन लाख रुपये लोन के माध्यम से उनके खाते में ट्रांसफर हुए, फिर थोड़ी ही देर बाद खाते से अनाधिकृत रूप से दो लाख 30 हजार रुपये निकाल लिये गये. यह राशि उनके खाते से सात बार में निकली गयी. 50-50 हजार की चार निकासी और 10-10 हजार की तीन बार निकासी हुई. घटना के समय उन्हें न कॉल आया, न ओटीपी. उनके मोबाइल पर जब पहली राशि की निकासी का मैसेज आया तो आनन-फानन में उन्होंने अपने बैंक से संपर्क साधा. वहां से उन्हें तुरंत कस्टमर केयर को फोन कर शिकायत दर्ज करने की सलाह दी गयी. विद्यानंद पांडेय ने कस्टमर केयर को सारी बात बताई जिसके बाद उनका डेबिट-क्रेडिट कार्ड ऑनलाइन ब्लॉक कर दिया गया. इसके बाद उन्होंने नगर थाने के साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई. ज्ञात हो कि जिले में साइबर फ्रॉड का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है. अब अपराधी बिना ओटीपी और मैसेज के भी मोबाइल एवं बैंकिंग विवरण तक पहुंच बना रहे हैं. लिंक पर क्लिक करवाकर या मोबाइल में कोई एप इंस्टॉल कराकर वे फोन क्लोनिंग और रिमोट एक्सेस के माध्यम से खाते से रकम निकाल लेते हैं. इससे बैंक खातों की सुरक्षा बुरी तरह प्रभावित हो रही है. कुछ दिन पहले डीएवी स्कूल के शिक्षकों के खातों से भी बड़ी राशि की निकासी की गई थी. वैसे विद्यानंद ने शीघ्र इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की है.
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