रफीगंज. कड़ी धूप व
भीषणगर्मी से लोगों का हाल बेहाल है. ऐसी स्थिति में शहर में प्याऊ की व्यवस्था नहीं होने से लोगों की परेशानी और बढ़ गयी है. शहर के विभिन्न वार्डों में लगे चापाकल खराब पड़े हैं. लेकिन, गर्मी से पहले एक भी चापाकल को नहीं बनाया गया.यही नहीं, प्रत्येक वर्ष गर्मी की दस्तक देते ही शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर प्याऊ की व्यवस्था कर दिया जाता था. लेकिन, इस वर्ष अभी तक इसकी व्यवस्था नहीं हो पायी है. इससे शहर में खरीदारी करने पहुंचने वाले लोगों को पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है. कोई दुकानदार बिना कुछ खरीदे पानी नहीं देता. पूर्व में स्टेशन परिसर, बस स्टैंड ,नगर पंचायत कार्यालय सहित विभिन्न स्थानों पर प्याऊ की व्यवस्था रहती थी. ज्ञात हो कि रफीगंज एक बड़ा बाजार है, जहां हजारों की संख्या में प्रतिदिन लोगों का आवागमन रेल व सड़क मार्ग से होता है. रेलवे स्टेशन पर लंबी दूरी की दर्जनों ट्रेनों का ठहराव होता है. वहीं, लंबी दूरी की बसों का परिचालन प्रतिदिन होता है. चिलचिलाती धूप में जब पेयजल की जरूरत लोगों को महसूस होती है, तो 10 -20 रुपये खर्च करने के बाद ही लोग अपनी प्यास बुझा पाते हैं. जल ही जीवन है इसलिए संपन्न एवं सक्षम लोग प्याऊ की व्यवस्था करते थे. यही नहीं, ऐसे कार्य को पुण्य का कार्य कहा जाता है. इस संबंध में कार्यपालक पदाधिकारी सहाब यहया ने बताया कि अभी विभाग से निर्देश नहीं आया है, लेकिन जल्द ही शहर के चिह्नित जगहों पर प्याऊ की व्यवस्था कर दी जायेगी.
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