औरंगाबाद कार्यालय. औरंगाबाद और गयाजी के लिए आतंक बना कुख्यात नक्सली पुकार भुइंया उर्फ पुकार मांझी आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया. इसकी गिरफ्तारी से बचे-खुचे नक्सलियों का मनोबल भी ध्वस्त हो गया. पुलिस की इस कार्रवाई में एक देसी कारबाईन, दो कट्टा और एक जिंदा कारतूस बरामद किया गया है. बड़ी बात यह है कि कुख्यात नक्सली पुकार भुइंया के खिलाफ औरंगाबाद में चार व गया में तीन मामले दर्ज है. पुलिस पर हमला करने, कंस्ट्रक्शन कंपनी के मशीन को जलाने सहित अन्य नक्सल कांडों में शामिल रहा है. गुरुवार को एसडीपीओ दो चंदन कुमार ने पुकार की गिरफ्तारी व बरामदगी से संबंधित जानकारी साझा की. प्रेसवार्ता के दौरान एसडीपीओ चंदन कुमार ने बताया कि छह अगस्त को मदनपुर थानाध्यक्ष को सूचना मिली कि नक्सली कांड का अप्राथमिकी अभियुक्त और कुख्यात नक्सली पुकार भुइंया अंजनवा गांव के समीप नहर के रास्ते पैदल जा रहा है. सूचना के बाद औरंगाबाद पुलिस और एसटीएफ की टीम नहर क्षेत्र में पहुंची. पुलिस की वाहन को देखकर वह भागने लगा, लेकिन सुरक्षा बलों ने उसे खदेड़कर दबोच लिया. तलाशी के क्रम में उसके पास से एक कट्टा और कारतूस बरामद किया गया.
निशानदेही पर पकड़े गये हथियार
एसडीपीओ ने बताया कि गिरफ्तार नक्सली ने पूछताछ के दौरान कई नक्सल कांडों को खुलासा किया है. उसने अपना अपराध भी स्वीकार कर लिया. उसके निशानदेही पर मदनपुर थाना क्षेत्र के भीतरी डोकरी के समीप बंडा पहाड़ से एक देसी कारबाईन और एक कट्टा बरामद किया गया. इस मामले में मदनपुर थाना कांड संख्या 327/25 दर्ज की गयी.
पुकार के ग्रुप ने जलाया था जेसीबी
पूछताछ के दौरान गिरफ्तार नक्सली ने अपनी करतूत को उजागर किया. साथ में अपने गिरोह के बारे में भी जानकारी दी. सात जनवरी 2025 को मदनपुर थाना क्षेत्र के चिल्मी गांव के समीप सड़क निर्माण कार्य में लगे जेसीबी को उसने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर जला दिया था. 29 जनवरी की रात मदनपुर थाना क्षेत्र के ही गिधवा नाला के समीप निर्माण कार्य में लगे पोकलेन मशीन को जलाकर क्षतिग्रस्त कर दिया था. इन दोनों मामले में कांड संख्या 07/25 और 43/25 दर्ज की गयी थी. इसके अलावा इसी वर्ष 15 मई को मदनपुर थाना क्षेत्र के अंजनवा गांव के समीप डुमरिया आहर पइन साइट के इंचार्ज से लेवी की मांग की गयी थी. इस मामले में कांड संख्या 199/25 दर्ज की गयी थी. मई में ही मदनपुर थाना क्षेत्र के पहाड़ी क्षेत्रों में एसटीएफ एवं औरंगाबाद पुलिस के संयुक्त सर्च अभियान के क्रम में पुकार भुइंया द्वारा पुलिस टीम पर फायरिंग की गयी थी. इस मामले में कांड संख्या 202/25 दर्ज की गयी थी. वैसे पुकार भुइंया उर्फ पुकार मांझी गया जिले के आमस थाना क्षेत्र के शिवटहल बिगहा गांव निवासी मेघन भुइंया का पुत्र है और उसकी उम्र 27 वर्ष के करीब है.
गुरुआ थाने में तीन मामले दर्ज
गयाजी जिले के रहने वाले नक्सली पुकार भुइयां उर्फ पुकार मांझी का आतंक उसके अपने जिले में भी था. गयाजी के गुरुआ थाने में उसके खिलाफ कांड संख्या 192/25, गुरूआ थाना में कांड संख्या 232/25 और एक साल पूर्व गुरूआ थाना में कांड संख्या 427/24 दर्ज की गयी थी. प्रेस वार्ता में इंस्पेक्टर राजेश कुमार, पुलिस पदाधिकारी श्वेता वर्मा शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

