हसपुरा. सरकार एक ओर कृषि क्षेत्र को बढ़ावा को लेकर खेतों तक बिजली पहुंचाने के लिए बराबर कृषि फीडर लगाने की बात कर रही है. वहीं, इटवां गांव के कुशल किसान त्रिभुवन प्रसाद बोरिंग तक बिजली की कनेक्शन बांस के खंभे से पहुंचाया है. बताया जाता है कि खेती के मामले में त्रिभुवन प्रसाद कुशल किसान हैं. उन्होंने परंपरागत खेती से अलग हट कर सीजन के अनुसार अपने खेतों में फसल लगाते हैं. कई लोगों को रोजगार भी उपलब्ध कराते हैं, जहां अच्छी वेराइटी की बैंगन, करैला, भींडी, बरसीम (विम) मूली, कद्दू, चुकंदर के अलावा अन्य सब्जियां बड़े पैमाने पर उपजाते हैं. जब उनसे सरकारी लाभ के लिए बात की, तो बताया अब तक सरकारी स्तर से किसी तरह की सुविधा नहीं मिली है. यहां तक की बांस खंभे के सहारे पटवन के बोरिंग तक बिजली कनेक्शन पहुंचाएं हैं. उन्होंने कहा बिजली कनेक्शन लेने के बाद कई बार बिजली की पोल के लिए विद्युत विभाग को कहा, लेकिन अब तक किसी ने नहीं सुनी. बताते हैं. कुशल किसान, तो हूं, लेकिन सरकारी सुविधाएं अब तक उपलब्ध नहीं हो सका. उन्होंने कहा कि बांस खंभे के सहारे बोरिंग तक बिजली गयी है. इससे बराबर खतरा बना रहता है. बताया जाता है कि इस तरह की समस्या कई गांवों में किसान के साथ है, जहां पटवन के लिए बिजली बांस के सहारे पहुंच रही है.
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