औरंगाबाद ग्रामीण.
शहर के करमा रोड स्थित एक निजी मकान में 44 वर्षीय पीटीसी (सिपाही) की मौत हो गयी. पता चला कि सिपाही को अचानक ब्रेन हेमरेज हुआ और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. मृतक की पहचान मुजफ्फरपुर जिले के अहियापुर थाना क्षेत्र के जीरो माइल गांव निवासी रामचंद्र महतो के पुत्र रणवीर कुमार के रूप में हुई है. जानकारी मिली कि रणवीर वर्ष 2020 से औरंगाबाद में पुलिस विभाग में पदस्थापित था. शुक्रवार की रात अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी और इलाज के दौरान मौत हो गयी. शनिवार की दोपहर सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के दौरान मृतक के ससुर नेपाल के जलेश्वर निवासी लाल चौधरी ने बताया कि रणवीर शहर के ही करमा रोड में किराये पर रूम लेकर रहते थे. अचानक विभाग द्वारा सूचना मिली कि रणवीर की ब्रेन हेमरेज से मौत हो गयी. सदर अस्पताल में एएसआइ धर्मवीर ने बताया कि रणवीर शुक्रवार की शाम ड्यूटी समाप्त कर अपने कमरे पर चले गये. इसके बाद वे ड्यूटी करने दाउदनगर चले गये. इसी दौरान रात में रणवीर की तबीयत बिगड़ी. रणवीर ने घटना की सूचना बगल में रूम में रह रहे अन्य साथियों को दी. इसके बाद जवान उनको इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां से डॉक्टरों ने रेफर कर दिया. पता चला कि उनको गया ले जाया जा रहा था, लेकिन अस्पताल परिसर से बाहर निकलने के पहले ही उसकी मौत हो गयी. इसके बाद घटना की सूचना परिजनों को दी गयी. सूचना पर परिजन शनिवार की दोपहर सदर अस्पताल पहुंचे और शव से लिपटकर चीत्कार उठें.नगर थाना व पुलिस लाइन के सिपाहियों के साथ परिजनों की बहस
सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराने को लेकर नगर थाना व पुलिस लाइन के सिपाहियों के साथ परिजनों की बहस हो गयी. इस दौरान धक्का-मुक्की भी हुई. परिजनों को विश्वास नही था कि पीटीसी रणवीर की मौत हो गयी है. काफी देर तक परिजन व पुलिस पोस्टमार्टम को लेकर असमंजस में रहे. परिजन इलाज कराने को कह रहे थे और पुलिस द्वारा पोस्टमार्टम कराने को लेकर दबाव दिया जा रहा था. परिजन शव को लेकर निर्णय नही ले पा रहे थे. परिजनों की तरफ से दो युवकों ने जवानों से बहसबाजी भी की. अंततः मृतक के ससुर पोस्टमार्टम कराने पर अडिग हो गये और परिजनों को दरकिनार कर दिया. इसके बाद नगर थाने की पुलिस शव को पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया.
2020 से औरंगाबाद में था पदस्थापित
जवानों ने बताया कि रणवीर वर्ष 2020 से औरंगाबाद में पदस्थापित था. वर्तमान में वह एक महीने पहले बक्सर के डुमरांव से प्रशिक्षण लेकर आये थे. फिलहाल वह पुलिस लाइन में ड्यूटी कर रहे थे. रणवीर का प्रमोशन होनेवाला था, लेकिन उसके पहले ही उसकी मौत हो गयी. परिजनों ने बताया कि मृतक के एक बेटा व एक बेटी है. घटना के बाद से परिवार वालों को रो-रोकर बुरा हाल है तो वहीं गांव में मातम पसरा हुआ है. इधर औरंगाबाद पुलिस महकमें में शोक की लहर है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है