औरंगाबाद ग्रामीण. शहर के दानी बिगहा पार्क के समीप तेज रफ्तार अनियंत्रित पुलिस वाहन ने सड़क किनारे पैदल जा रहे 80 वर्षीय वृद्ध को रौंद दिया, जिससे वृद्ध गंभीर रूप से घायल हो गया. घायल वृद्ध की पहचान शहर के ही जसोईया गांव स्थित मिश्र बिगहा पासवान चौक वार्ड एक निवासी जीतू पासवान के रूप में हुई है. घटना मंगलवार सुबह की है. पता चला की वृद्ध को टक्कर मारकर पुलिस की वाहन फरार हो गयी. चर्चा है कि वृद्ध को टक्कर मारने वाली पुलिस वाहन नवीनगर थाने से संबंधित थी. इधर, सदर अस्पताल में इलाज के दौरान घायल जीतू पासवान ने बताया कि वह घर से मंगलवार की सुबह पैदल शहर के करमा रोड स्थित एक मेडिकल शॉप पर दवा लेने गये थे. उन्हें पेट दर्द से संबंधित समस्याएं थी. मेडिकल शॉप से दवा लेकर सड़क के किनारे से पैदल होते हुए अपने घर जा रहे थे. इसी दौरान दानी बिगहा पार्क के समीप पीछे से पुलिस की वाहन ने उसे धक्का मार दिया. घटना के बाद वहां लोगों की भीड़ लग गयी. स्थानीय लोगों द्वारा पुलिस की वाहन को पकड़ने का प्रयास किया गया, लेकिन चालक वाहन लेकर मौके से फरार हो गया. उसी रास्ते से मुहल्ले के ही तपेश्वर पासवान अपने ससुराल से घर लौट रहे थे. जब सड़क किनारे भीड़भाड़ देखा तो उन्होंने अपनी बाइक रोककर भीड़ को देखने पहुंचे. इसके बाद उनके परिजनों को सूचना दी. स्थानीय लोगों की मदद से तपेश्वर पासवान ने उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया. इधर, वृद्ध के घायल होने की सूचना पर नगर थाना की पुलिस सदर अस्पताल पहुंची और वृद्ध का हाल जाना. जानकारी मिली कि परिजन वृद्ध को बेहतर इलाज के लिए मगध मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल गया लेकर चले गये.
जिस वाहन से वृद्ध घायल हुआ वह नवीनगर थाने की गाड़ी नहीं : थानाध्यक्ष
नवीनगर थानाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार उपाध्याय ने बताया कि पुलिस की वाहन से एक वृद्ध के घायल होने की सूचना मिली है, लेकिन जिस वाहन से वृद्ध घायल हुआ हैं वह नवीनगर थाने की गाड़ी नहीं थी. वैसे उन्होंने यह भी बताया कि मंगलवार को पूरे जिले के सभी थानों की गाड़ियां शहर के करमा रोड स्थित पुलिस लाइन जाती हैं, लेकिन सभी गाड़ियां फॉर्म के रास्ते रमेश चौक से करमा रोड होते हुए पुलिस लाइन जाती है. दानी बिगहा कोई गाड़ी नहीं जाती है. कोई दूसरे थाने की गाड़ी गयी होगी. नवीनगर से जो गाड़ी औरंगाबाद गयी थी उसके चालक से पूछने पर उसने दुर्घटना की बात से इन्कार किया है. वैसे आसपास के सीसीटीवी फुटेज को खंगाल जायेगा और आगे की कार्रवाई की जायेगी. ज्ञात हो कि औरंगाबाद मुख्यालय और कुटुंबा में पुलिस गाड़ी की चपेट में आने से पहले में भी कई लोग घायल हो चुके है. प्रशासनिक वाहन की चपेट में आने से रफीगंज में एक व्यक्ति की मौत हुई थी. बड़ी बात यह है कि दूसरों को यातायात के प्रति जागरूक करने वाली पुलिस खुद क्यों नहीं जागरूक हो रही है. पुलिस वाहन के चालक अक्सर तेजी से वाहन चलाते रहे है.
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