औरंगाबाद/कुटुंबा. कुटुंबा प्रखंड के अंबा थाना क्षेत्र के अतरौली बन गांव में बधार में धान का बिचड़ा देखने गये 18 वर्षीय युवा किसाने की बारिश के दौरान वज्रपात की चपेट में आने से मौत हो गयी. मृतक की पहचान उक्त गांव निवासी दिलीप सिंह के पुत्र अमर कुमार के रूप में हुई है. मंगलवार की दोपहर सदर अस्पताल में परिजनों ने बताया कि कुछ दिनों से अमर के पिता की तबीयत खराब चल रही है. सोमवार को अमर के पिता दिलीप सिंह को औरंगाबाद शहर के ही निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उनके साथ पत्नी भी अस्पताल में ही है. अमर घर पर अकेला था. सोमवार को ही उसने धान का बिचड़ा बोया था. जब मंगलवार की दोपहर अचानक तेज बारिश होने लगी तो वह बधार स्थित खेत में लगे धान के बिचड़े को देखने गया. जैसे ही वह खेत में पहुंचा, वैसे ही तेज गर्जना के साथ उसके समीप ही वज्रपात हुआ. उसकी चपेट में आने से घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी. आसपास खेतों में काम कर रहे जब अन्य किसानों की नजर अमर पर पड़ी, तो शोरगुल मचाया. शोरगुल सुनकर परिजन व ग्रामीण पहुंचे और उसे आनन-फानन में रेफरल अस्पताल कुटुंबा पहुंचाया, वहां से डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद सदर अस्पताल रेफर कर दिया. इधर, सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने अमर का नब्ज टटोलते ही मृत घोषित कर दिया. मौत की खबर सुनते ही परिजन शव से लिपटकर चीत्कार उठे. पता चला कि अमर घर का इकलौता चिराग था. उसकी तीन बहने हैं. तीन बहनों में एक बहन की शादी हो गयी है और दो बहनों की शादी करनी है. कुछ दिनों से पिता की तबीयत खराब चलने से के कारण घर की पूरी जिम्मेदारी अमर के कंधे पर ही थी. अंबा थानाध्यक्ष राहुल राज ने बताया की वज्रपात की चपेट में आने से एक युवक की मौत हुई है. मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है. इधर, सदर अस्पताल के कर्मियों की सूचना पर नगर थाने की पुलिस पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर परिजनों से जरूरी पूछताछ के उपरांत पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी करायी. इसके बाद दाह संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया है. घटना के बाद से परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है तो वहीं गांव में मातम पसरा हुआ है. परिजनों ने जिला प्रशासन से आपदा राहत के तहत मुआवजे की मांग की है.
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