मृत घोषित किये जाने के बाद भी परिजनों ने घंटों कराया झाड़-फूंक औरंगाबाद/बारुण. बारुण थाना क्षेत्र के नरचाही गांव में विषैले सांप के काटने से 32 वर्षीय महिला की मौत हो गयी. मृतका की पहचान उक्त गांव निवासी बच्चन कुमार यादव की पत्नी सरिता देवी के रूप में हुई है. सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के दौरान परिजनों ने बताया कि मंगलवार की सरिता अपने पति और बच्चों के साथ कमरे में सो रही थी. सभी लोग एक ही बेड पर लेटे हुए थे. इस दौरान एक विषैला सांप बिस्तर में घुसकर सरिता को काट लिया. सांप काटने के बाद दर्द हुआ तो उसकी नींद खुली. कमरे में लाइट जलाया तो देखा कि बेड पर सांप पड़ा है. उसने शोर मचा कर बच्चों तथा पति को जगायी. शोर की आवाज सुनकर पहुंचे परिजनों ने सांप को पकड़कर एक डब्बे में बंद कर दिया. थोड़ी ही देर में महिला की हालत बिगड़ने लगी. इसके बाद परिजन उसे लेकर बारुण स्थित रेफरल अस्पताल पहुंचे, जहां चिकित्सकों को सांप दिखाया व महिला का इलाज शुरू करने को कहा. चिकित्सकों ने एंटी वेनम डोज लगाने के बाद उसकी स्थिति गंभीर देखते हुए बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया. सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने नब्ज टटोलते ही उसे मृत घोषित कर दिया. हालांकि, डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित किये जाने के बाद परिजनों को विश्वास नही हुआ. इसके बाद परिजन उसे जिंदा बताते हुए झाड़ फूंक के लिए वार स्थित बक्स बाबा मंदिर ले गये, जहां घंटो उसका झाड़-फूंक चलता रहा. थक हारकर परिजन शव को लेकर दोबारा सदर अस्पताल पहुंचे. इसके बाद पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी की गयी. पोस्टमार्टम के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को साथ दिया गया. पोस्टमार्टम के दौरान मौजूद लोगों ने बताया कि मृतका अत्यंत ही गरीब परिवार से थी. उसके दो छोटे-छोटे बच्चे भी हैं. पति मेहनत मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करता है. परिजनों ने सरकारी प्रावधान के अनुरूप मिलने वाली मुआवजे की मांग की है.
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