औरंगाबाद : औरंगाबाद शहर से चंद दूरी पर स्थिति पवई गांव में अचानक दो पक्षों का विवाद खूनी संघर्ष में तब्दील हो गया. दोनों पक्षों से लाठी-डंडे का भरपूर इस्तेमाल किया गया. देखते-देखते इस रणक्षेत्र में 12 लोग जख्मी हो गये. आठ जख्मियों का इलाज सदर अस्पताल में किया गया, जिसके बाद हालत गंभीर देखते हुए छह लोगों को बेहतर इलाज के लिए किसी बड़े अस्पताल में रेफर किया गया. मारपीट के दौरान दहशत फैलाने के उद्देश्य से एक पक्ष द्वारा फायरिंग भी की गयी. हालांकि, पुलिस के अधिकारी फायरिंग की बात को बिल्कुल इन्कार कर दिया है.
जानकारी के अनुसार, पवई बालू घाट सहित रायपुरा बालू घाट को लेकर पहले से ही रायपुरा और भरथौली गांव के ग्रामीणों के बीच विवाद चला आ रहा है. पूर्व में भी दोनों गांव के बीच झड़प हुई थी. शनिवार की सुबह पवई बालू घाट पर पहुंचे रायपुरा के लोगों से भरथौली के कुछ लोगों के बीच विवाद हो गया. पवई और बटाने नदी के बीच दोनों पक्ष आपस में भिड़ गये. पता चला है कि तीन से चार बाइकों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया. घटना की सूचना पर मुफस्सिल थाना की पुलिस मौके पर पहुंची तब तक अधिकतर लोग फरार हो चुके थे और जो घटना में जख्मी हुए उन्हें ग्रामीणों की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया.
प्रत्यक्षदर्शियों की माने, तो पूरी प्लानिंग के साथ घटना को अंजाम दिया गया. एसडीओ डॉ प्रदीप कुमार और एसडीपीओ अनूप कुमार ने सदर अस्पताल पहुंच कर जख्मियों का हाल जाना और जरूरी पूछताछ भी की. एसडीपीओ ने कहा कि बालू घाट विवाद को लेकर दो पक्षों में मारपीट की घटना हुई है. मामले की पड़ताल की जा रही है, जो भी दोषी होंगे, उन्हें बख्शा नहीं जायेगा.
छावनी में तब्दील रहा सदर अस्पताल
पवई में मारपीट के बाद जैसे ही रायपुरा के घायल लोगों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया, वैसे ही लोगों की भीड़ लगनी शुरू हो गयी. स्थिति गंभीर देखते हुए नगर थानाध्यक्ष राजेश वर्णवाल, पुलिस पदाधिकारी अमित कुमार रजक, राजकुमार पांडेय,मनीष कुमार, राजा पांडेय व रामपति चौधरी सहित भारी संख्या में पुलिस के जवानों को अस्पताल भेजा गया. जब तक घायलों को रेफर नहीं कर दिया गया, तब तक अस्पताल की स्थिति तनावपूर्ण बनी रही.
1400 रुपये का चालान 2100 में काटने के बाद शुरू हुआ विवाद
औरंगाबाद में बालू अगर कई परिवारों के लिए लाभ का कारण बन रहा है, तो कई परिवारों के लिए नुकसानदेह भी हो रहा है. वैसे पूरे जिले का टेंडर आदित्य मल्टी कॉम कंपनी को दिया गया है. सरकारी दर के अनुसार 900 रुपये चालान का निर्धारित दर है, लेकिन सड़क निर्माण, सफाई, लोडिंग को साथ में रखते हुए बालू घाट मालिकों ने 1400 रुपये का दर निर्धारित किया है. इसके बाद उठाव के दौरान 2100 रुपये का चालान काटा जाना विवाद का कारण बन गया.
रायपुरा गांव के लोगों का कहना था कि सरकारी दर के अनुसार चालान कटना चाहिए, पर घाट संचालकों द्वारा 2100 रुपये का चालान वसूला जा रहा है. इसके साथ ही यह भी चर्चा है कि रायपुरा और भरथौली गांव के बीच बालू घाट को लेकर विवाद है. रायपुरा गांव से सटे बटाने नदी का बालू घाट भाजपा के पूर्व नेता चंदन कुमार को आदित्य मल्टी कॉम कंपनी द्वारा पेटी पर दिया गया है. यह बातें रायपुरा के लोगों को हजम नहीं हो रही है. रायपुरा के लोगों का कहना है कि रायपुरा बालू घाट रायपुरा के लोगों को दिया जाना चाहिए.

