पीरो.
पीरो प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय मोतीडीह में आने-जाने के लिए कोई सुविधाजनक रास्ता उपलब्ध नहीं रहने से बरसात के मौसम में आना-जाना मुश्किल हो जाता है. विद्यालय के बच्चे व शिक्षक सामान्य दिनों में पतली पगडंडी से होकर विद्यालय तक का सफर बमुश्किल तय करते हैं. इस बार बरसात में यह स्थिति काफी विकराल रूप धारण कर चुकी है. विद्यालय के आसपास चारों ओर खेतों में बरसात का पानी भरा हुआ है. किसान खेत में धनरोपनी के लिए पगडंडी को कीचड डाल कर पूरी तरह गिला कर दिये हैं. ऐसे में विद्यालय तक पहुंचने के लिए उपलब्ध पगडंडी भी इस योग्य नहीं रह गयी है कि उससे होकर विद्यालय तक पहुंचा जा सके. इस विकट स्थिति में सबसे अधिक फजीहत छात्रों और महिला शिक्षकों को झेलनी पड़ रही है. बच्चे और दूसरे पुरुष शिक्षक कपड़े और जूते-चप्पल खोलकर किसी तरह विद्यालय आ जा रहे हैं, पर महिला शिक्षकों व बालिकाओं के लिए ऐसा कर पाना संभव नहीं हो पा रहा है. विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक विनोद कुमार सिंह की माने तो रास्ते की व्यवस्था के लिए विभाग से लगातार पत्राचार करते रहे हैं, लेकिन विभागीय स्तर से आजतक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. ऐसी स्थिति में बच्चों की कम उपस्थिति हो रही है और पठन-पाठन कार्य प्रभावित हो रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है