आरा. शहर के टाउन थाना क्षेत्र के महावीर टोला निवासी सुमित कुमार सिंह हत्याकांड मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. मृतक के पिता तारकेश्वर सिंह के तहरीर पर तीन को नामजद एवं दो अन्य अज्ञात के प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. जिसमें नवादा थाना क्षेत्र के जवाहर टोला निवासी शिव बालक प्रसाद के पुत्र दीपक कुमार, स्व रामस्वरूप राम के पुत्र उत्तम कुमार उर्फ बमबम एवं उसी थाना क्षेत्र के रस्सी बगान मोहल्ला निवासी सागर को आरोपित बनाया गया है. दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि शुक्रवार की रात वे खाना खाकर मोहल्ले के मुख्य सड़क पर सगे भाई ओम प्रकाश सिंह एवं चचेरे भाई अरुण कुमार सिंह के साथ सिगरेट पी रहे थे. उसी समय उनका लड़का सुमित कुमार सिंह शहर के प्राइवेट अस्पताल में ड्यूटी समाप्त कर गाड़ी से उतरकर घर जाने के लिए गली में प्रवेश किया, तभी दो राउंड फायरिंग की आवाज आयी. तब वह और उनके दोनों भाई गली ओर भागे, तो देखा कि सुमित गोली से जख्मी पड़ा है. वहीं तीनों नामजद एवं दो अज्ञात आरोपित हथियार लहराते हुए भाग निकले. इसके बाद मोहल्ले के भी कई लोग इकट्ठे हो गये. लोगों के सहयोग से इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया. जहां चिकित्सक द्वारा देख उनके बेटे सुमित कुमार सिंह को मृत घोषित कर दिया गया. इसके बाद टाउन थाना पुलिस द्वारा शव का पोस्टमार्टम कराया गया.
एफएसएल की टीम ने की जांच, एक खोखा बरामद
तीन सदस्यीय चिकित्सकों की बोर्ड ने किया शव का पोस्टमार्टम
उधर, सिविल सर्जन डॉ. शिवेंद्र कुमार सिन्हा के निर्देश पर तीन सदस्यीय डॉक्टरों की टीम गठित कर शव का पोस्टमार्टम किया गया. गठित बोर्ड में ऑन ड्यूटी चिकित्सक डॉ विकास कुमार, डॉ महावीर प्रसाद गुप्ता एवं डॉ सुजीत कुमार शामिल थे. अपराधियों द्वारा उसे काफी करीब से दो गोली मारी गयी थी. जिसमें एक गोली उसके नाक के दाहिने तरफ एवं दूसरी गोली बाएं पैर में जांघ पर लगी थी, जो आर-पार हो गयी थी.
तीन बच्चों के सिर से उठा पिता का सायाबर्थडे पार्टी में जितेंद्र उर्फ केबी की हत्या में आरोपित था सुमित
बतादें कि छह अक्तूबर वर्ष 2022 में विजयदशमी के दिन बर्थडे पार्टी में घर से बुलाकर नवादा थाना क्षेत्र के जवाहर टोला निवासी शिव बालक प्रसाद के पुत्र सह प्रॉपर्टी डीलर हिस्ट्रीशीटर जितेंद्र कुमार उर्फ केबी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. उस समय उसे काफी करीब से चार गोली मारी गयी थी. इसे लेकर मृतक के भाई दीपक कुमार के द्वारा सुमित कुमार सिंह समेत छह के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी के दर्ज करायी थी. वह इस केस में मुख नामजद आरोपित व शूटर था. प्राथमिकी दर्ज के उपरांत पुलिसिया दबिश के कारण 11 अक्तूबर को उसने सरेंडर कर दिया था. उस समय तत्कालीन एसपी की ओर से बताया गया था कि सुमित सिंह ने पूछताछ में हत्या की बात स्वीकार की थी.
तयशुदा रणनीति के तहत की गई सुमित की हत्यासुमित सिंह की हत्या अपराधियों ने तयशुदा रणनीति के तहत की थी. बताया जाता है कि शुक्रवार को ईद-ए-मिलादुन्नबी के जुलूस को लेकर पूरे शहर में विद्युत आपूर्ति बाधित थी. सड़कों पर सन्नाटा था. अधिकतर पुलिस टीम सुबह से ही जुलूस को सम्पन्न कराने में व्यस्त थी. ऐसे में अपराधियों ने इसका फायदा उठा लिया. बताया जाता है कि अंधेरे के कारण अधिकांश सीसीटीवी में क्लियर फुटेज नहीं मिल पा रहा है. सूत्र बताते हैं कि अपराधियों ने हत्या को अंजाम देने से पहले रेकी की गयी थी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

