आरा.
शहर के नवादा थाना क्षेत्र के अनाइठ मुहल्ला स्थित लॉज में रविवार की दोपहर पंखे से लटका स्नातक के छात्र का शव बरामद हुआ. शव लॉज के रूम नंबर 14 से बरामद किया गया. घटना को लेकर आसपास के इलाके में सनसनी फैल गयी है. जानकारी के अनुसार मृतक कृष्णगढ़ थाना क्षेत्र के अचरज लाल के टोला निवासी केशव पाल का 25 वर्षीय पुत्र राकेश उर्फ भोला सिंह है. वह विगत छह महीने से लॉज लेकर स्नातक पार्ट-टू की पढ़ाई के साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करता था. वहीं रोकेश द्वारा गले में गमछा बांध पंखे से लटकने के पहले रोते हुए अपना वीडियो भी बनाया गया है, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. हालांकि वीडियो में उसके द्वारा कुछ कहा नहीं गया है. सिर्फ वह वीडियो में लगातार रोता हुआ नजर आ रहा है. उधर, सूचना पाकर सदर एसडीपीओ वन राज कुमार साह एवं नवादा थानाध्यक्ष बिपिन बिहारी घटनास्थल पर पहुंचे. इसके बाद बंद कमरे के दरवाजा का तोड़ उसके शव को नीचे उतरा. इसके पश्चात पुलिस द्वारा शव का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में करवाया गया. इधर, मृतक के चाचा अशोक पाल ने बताया कि वह आरा में करीब छह वर्ष से रहकर पढ़ाई करता है. उस लॉज में वह तीन महीने से रह रहा था. उन्होंने बताया कि उसके पिता पिकअप चालक हैं. फिलवक्त धनबाद में हैं. उनके द्वारा और उसके भाई के द्वारा फोन कर इस घटना की जानकारी उन्हें दी गयी. सूचना पाकर जब वे लोग वहां पहुंचे, तो पुलिस वहां पहले से मौजूद थी और वह गले में गमछा बांध पंखे से लटक रहा था. उन्होंने बताया कि उसके पॉकेट से एक सुसाइड नोट्स पाया गया है. सुसाइड नोट्स एक लड़की के नाम से लिखा गया है कि तुम मुझे बीस दिन से टॉर्चर कर रही हो. इसी कारण मुझे ऐसा करना पड़ रहा है. इसके अलावे उसके पर्स से उक्त लड़की का फोटो भी मिला है. हालांकि उस लड़की से उसका कितने दिनों से प्रेम-प्रसंग चल रहा है. इसकी जानकारी उन्हें और उसके परिवार वाले को नहीं है. वहीं नवादा थानाध्यक्ष बिपिन बिहारी ने बताया कि मृतक के रूम से मिले सुसाइड नोट में उसके द्वारा लिखा गया है कि मैं तुम्हें इतना चाहता हूं और इतना प्यार करता हूं. फिर भी तुम मुझसे इस तरीके से बात करती हो, ठीक से बात नहीं करती हो. बहरहाल पुलिस अपने स्तर से मामले की छानबीन कर रही है. बताया जाता है कि मृतक अपने तीन बहन व दो भाई में छोटा था. उसके परिवार में तीन बहन आरती, गुड़िया,कंचन एवं एक भाई राहुल पाल है. मृतक की मां निर्मला देवी की मौत वर्ष 2016 में बीमारी के कारण हो गई थी. इस घटना के बाद मृतक के परिवार के सभी सदस्यों का रो-रो कर बुरा हाल है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

