चरपोखरी.
प्रखंड के मधुरी में हो रहे पीसीसी सड़क निर्माण कार्य में अनियमितता और घटिया सामग्री के इस्तेमाल को लेकर ग्रामीणों में रोष है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि निर्माण कार्य में मनमानी हो रही है और ठेकेदार द्वारा गुणवत्ता से समझौता किया जा रहा है. इसको लेकर ग्रामीणों ने चरपोखरी बीडीओ को एक लिखित आवेदन दिया है. आवेदन में कहा गया है कि सड़क निर्माण में सीमेंट की मात्रा में कमी की जा रही है, जबकि बालू की मात्रा अधिक इस्तेमाल हो रहा है. इसके कारण एक ओर जहां पीसीसी पूर्ण हो रहा है, जहां दरार फटना शुरू है. अगर ऐसा ही घटिया निर्माण हुआ तो बहुत जल्द ही उक्त सड़क दरार में तब्दील हो जायेगी. ग्रामीणों के अनुसार निर्माण के दौरान वाइब्रेटर मशीन का भी उपयोग नहीं किया जा रहा है, जिससे काम की गुणवत्ता पर सीधा असर पड़ रहा है. ग्रामीणों का कहना यदि समय रहते इसकी जांच नहीं की गयी, तो यह सड़क जल्द ही टूटने लगेगी. मधुरी निवासी समाजसेवी रामाकांत पासवान ने कहा कि जब ग्रामीणों ने गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाया, तो उन्हें ठेकेदार और मजदूरों द्वारा धमकाया गया. इसको लेकर ग्रामीण रुदल पासवान,मनीष कुमार, चिंटू पासवान सहित कई अन्य लोगों ने प्रशासन से इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

