दो दिवसीय सद्ज्ञान यज्ञ का भव्य समापन -कर्म के बिना आदमी अपाहिज हो जाता है: आचार्य जय स्वरूप साहेब भरगामा प्रखंड के पेट्रोल पंप के समीप दो दिनों से चल रहा सत्संग सद्ज्ञान यज्ञ का समापन हो गया. ज्ञान यज्ञ में आचार्य जय स्वरूप साहेब ने कहा संत कबीर ने दुनिया को सत्य, अहिंसा का संदेश दिया. मगर आज सत्य व अहिंसा की हत्या हो रही है. क्योंकि मनुष्य कर्म पर आधारित नहीं बल्कि बिना कर्म किए चमत्कार पर भरोसा ज्यादा करने लगा है. ऐसे में स्वस्थ समाज की संरचना नहीं हो सकती व इंसान स्वावलंबी जीवन से दूर हो जायेगा. जब पदार्थ के उत्पादन में हमारा सहयोग नहीं होगा तो उसका उपभोग पाप समझना चाहिये. उन्होंने कहा मनुष्य जो कर्म का नियामक है. उसका अनुपालन होना चाहिये. कर्म के बिना आदमी अपाहिज हो जाता है. इंसान का कर्म बिगड़ जाता है तो उनके जीवन में विकृति आ जाती है. तब वह है प्रकृति, संस्कृति में नहीं जी पता है. वहीं आचार्य जितेंद्र साहब ने बताया संत कबीर समाज के दृष्टा ही नहीं, मार्गदर्शक थे. इसलिए जब तक आदमी बौद्धिक रूप से उन्नत नहीं होंगे तब तक आदमी का सम्यक विकास नहीं होगा. सत्संग में मुख्य संत जितेंद्र साहेब, जय स्वरूप साहेब, विनम्र साहेब, शैलेंद्र साहेब, परमेश्वर साहेब, अरुण साहब, महंत योगानंद साहेब, सदानंद साहब मौजूद थे. सत्संग का आयोजन राजेंद्र साह व अशोक साह के द्वारा आयोजित किया गया.
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