नयी दिल्ली : भारतीय हॉकी टीम के मुख्य कोच पाल वान ऐस ने आगामी हॉकी विश्व लीग सेमीफाइनल की टीम से स्टार ड्रैग फ्लिकर रुपिंदर पाल सिंह को बाहर किए जाने के फैसले को सही ठहराते हुए कहा कि यह रणनीतिक कदम है जिसका लक्ष्य रियो खेलों से पहले विविधता को आजमाना है.
रुपिंदर के अलावा मिडफील्डर एसके उथप्पा, स्ट्राइकर मनदीप सिंह और सतबीर सिंह को भी 20 जून से पांच जुलाई तक बेल्जियम के एंटवर्प में होने वाले टूर्नामेंट के लिए टीम से बाहर कर दिया गया. वान ऐस ने हालांकि कहा कि रुपिंदर उनकी योजनाओं से बाहर नहीं हुए हैं.
मुख्य कोच ने यहां मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम में ट्रेनिंग सत्र के दौरान संवाददाताओं से कहा, बेशक मुझे इस बात (टीम में सिर्फ एक ड्रैग फ्लिकर) की जानकारी है जबकि जसजीत भी अच्छा पेनल्टी कार्नर खिलाडी है. हमारे लिए यह विविधिता को आजमाने का समय भी है.
वान ऐस ने कहा, वह (रुपिंदर) हमेशा के लिए बाहर नहीं हुआ है. उसने कुछ भी गलत नहीं किया लेकिन हमें किसी भी मुश्किल के लिए भी तैयार रहना होगा. ईमानदारी से कहूं तो अगर ओलंपिक शुरु होता है और आपके दोनों ड्रैग फ्लिकर चोटिल हो जाते हैं तो फिर आप तब क्या करोगे. इसलिए यह हमेशा खतरा होता है और यह अच्छा है कि अभी किसी और को आजमा लिया जाए.