नयी दिल्ली : अंतत: भारतीय मुक्केबाज सरिता देवी ने अपनी हार मान ली और इंचियोन एशियाई खेलों का कांस्य पदक स्वीकार कर लिया. इंचियोन एशियाई खेल में कांस्य पदक मिलने से नाराज सरिता देवी ने पदक लेने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ ने उन्हें अस्थायी तौर पर निलंबित कर दिया है. सरिता ने इंचियोन में विवादास्पद परिस्थितियों में पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान पदक लेने से इनकार कर दिया था.
भारतीय ओलिंपिक संघ के महासचिव राजीव मेहता ने उन्हें आइओए मुख्यालय में पदक प्रदान किया.आइओए बयान के अनुसार, एल सरिता देवी ने इंचियोन एशियाई खेलों में 60 किग्रा भार वर्ग में कांस्य पदक जीता था. उन्हें नयी दिल्ली में पदक दिया गया. भारतीयओलिंपिकसंघ के महासचिव राजीव मेहता ने नयी दिल्ली में अपने कार्यालय में उन्हें पदक सौंपा.
सरिता को अपना पदक स्वीकार नहीं करने के कारण अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ ( आइबा ) ने अस्थायी तौर पर निलंबित कर रखा है. सरिता के अच्छे पंच के बावजूद रेफरी ने दक्षिण कोरियाई खिलाड़ी से उन्हें पराजित घोषित कर दिया था. जिसके कारण सरिता काफी नाराज थी और रोते हुए पुरस्कार वितरण के दौरान पदक लेने से मना कर दिया था. पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने उनके पक्ष में बोलते हुए उनपर प्रतिबंध न लगाने की मांग की थी और इस बाबत खेल मंत्री सोनोवाल से भी मिले थे.