Simran Sheikh, WPL 2023: विमेंस प्रीमियर लीग ने कई लड़कियों के सपने सच किए हैं. इसे लेकर पूरे भारत में अलग तरह का क्रेज देखा जा रहा है. अपने पहले ही सीजन में अबतक एक से बढ़कर एक शानदार मुकाबले खेले जा चुके हैं. वहीं स्टार लीग के चकाचौंध के बीच कई छोटे शहर और गरीब परिवार की बेटी अपना परचम लहरा रही हैं. इन्हीं बेटियों में से एक है यूपी वॉरियर्स टीम का हिस्सा बनीं सिमरन शेख. सिमरन भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई के धारावी से आती है. धारावी एशिया का सबसे बड़ा स्लम एरिया है. सिमरन से यहां से निकलकर अपनी कामयाबी के मुकाम तक पहुंचना इतना आसान नहीं था. ऐसे में आज हम आपको सिमरन शेख की कहानी बताएंगे.
कड़ी संघर्ष के बाद सिमरन को मिली पहचान
यूपी वॉरियर्स टीम में चुनीं गईं 21 वर्षीय मिडिल ऑर्डर बैट्समैन सिमरन शेख को क्रिकेट में अपनी पहचान बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी. सिमरन बचपन में जब पार्क में क्रिकेट खेलने जाती थीं तो उन्हें झुग्गी के लोग डांटते और अपशब्द कहते थे. सिमरन के पिता बताते हैं कि जब मेरी बेटी बाहर खेलने जाती थी तो सभी लोग उसे डांटते थे. पर मेरी बेटी ने उन सभी बातों को नजरअंदाज किया और अपने क्रिकेट पर पूरा फोकस किया. खुद सिमरन के पिता को भी इस बात का विश्वास नहीं था की उनकी बेटी एक दिन क्रिकेट में इस मुकाम तक पहुंच पाएगी.
10वीं के बाद छोड़ दी थी पढ़ाई
सिमरन को क्रिकेट से काफी लगाव था आलम यह था कि उन्होंने 10वीं क्लास के बाद अपनी पढ़ाई छोड़ दी और जो भी पैसे बचे उसे क्रिकेट में खर्च कर गेम खेलने लगीं. सिमरन की मां बताती हैं कि कहती हैं कि हमें विश्वास नहीं था कि वह आगे खेलेगी. मैं उसके कोच और ऊपर वाले को धन्यवाद देती हूं जिनहोंने कठिन समय में मेरी बेटी और हमारा समर्थन किया. सिमरन को यूपी वॉरियर्स ने ऑक्शन में 10 लाख रुपये उनके बेस प्राइस पर खरीदा था. वहीं उन्होंने विमेंस प्रीमियर लीग में गुजरात जाएंट्स के खिलाफ अपना पहला मुकाबला खेला था.
आपको बता दें कि महिला प्रीमियर लीग में आज रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और यूपी वॉरियर्स के बीच मुकाबला खेला जाएगा. इस मुकाबले में भी सिमरन यूपी की ओर से एक्शन में नजर आ सकती हैं. उनके परिवार को यकीन है कि वह यूपी के लिए महिला प्रीमियर लीग में मैच विनिंग परफॉर्मेंस देंगी.