भारत को बुधवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले वनडे में 31 रन से हार का सामना करना पड़ा. दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए चार विकेट के नुकसान पर 296 रन बनाए. मेजबान ने मेहमान टीम को पचास ओवर में 265/8 पर रोक दिया. कप्तान के रूप में केएल राहुल की पहली उपस्थिति टीम के लिए कुछ खास नहीं रही.
एकदिवसीय मैच में लगभग छह महीने के बाद भारत की वापसी में अधिकांश खिलाड़ी विशेष रूप से गेंदबाजी आक्रमण जंग खाए हुए दिखे. टीम इंडिया ने पांच गेंदबाजों और वेंकटेश अय्यर के साथ मैदान में कदम रखा, जिन्हें हार्दिक पांड्या की अनुपस्थिति में ऑलराउंडर के रूप में जाना जाता है. हालांकि वेंकटेश अय्यर ने पर्ल में अपने वनडे डेब्यू के दौरान एक भी ओवर नहीं फेंका.
इस वजह से भारत की नंबर 6 की भूमिका में उनकी जिम्मेदारी पर अटकलों को बल मिला. वेंकटेश अय्यर ने बल्ले से भी निराश किया क्योंकि वह रन चेज में 7 गेंद पर केवल 2 रन बनाकर आउट हुए. मैच के बाद भारतीय सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने पहले एकदिवसीय मैच में अय्यर को गेंदबाजी नहीं करने के फैसले पर बात की. उन्होंने बताया कि क्यों वेकटेश अय्यर ने गेंदबाजी नहीं की.
शिखर धवन ने एएनआई से कहा कि वेंकटेश अय्यर को गेंदबाजी के लिए नहीं लाया गया क्योंकि विकेट पर टर्न था और स्पिनर अच्छा कर रहे थे. बीच में तेज गेंदबाजों का ज्यादा इस्तेमाल नहीं किया जाता और स्पिनरों को मौका दिया जाता है. सलामी बल्लेबाज ने बीच के ओवरों के दौरान भारत की खराब बल्लेबाजी के बारे में भी बात की.
शिखर धवन (79) और विराट कोहली (51) ने भारतीय रन चेज के लिए एक मंच तैयार किया लेकिन मध्य क्रम के बल्लेबाज कदम बढ़ाने में विफल रहे. धवन ने कहा कि टीम को आगे रखें और एक-एक व्यक्ति का खेल महत्वपूर्ण है. धवन से जब पूछा गया कि मध्य क्रम की समस्याओं को कैसे ठीक किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि हम 2023 विश्व कप के लिए अपनी टीम बना रहे हैं. कई प्रयोग हो रहे हैं, उम्मीद है सब ठीक हो जायेगा.